इसलिए और घट सकते हैं दाम सरकार की ओर से किए गए प्रयास और कच्चे तेल की कीमतों में कमी के चलते उम्मीद लगाई जा रही है कि आगे भी ये राहत मिलती रहेगी।
ये हैं वो दो कारण ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में आ रही तेजी पर लगाम लगा है। जानकारों का मानना है कि कीमतें 62 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है। अगर ऐसा होता है तो आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम होने की संभावना बढ़ जाएगी। वहीं सरकार ने कहा है कि वह सऊदी अरब और अमेरिका से अपील करेगी कि वे कच्चे तेल की कीमतों में कमी करे। अगर ये दोनों देश ऐसा करते हैं तो आगे पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हो सकती हैं।
क्यों सस्ता हुआ कच्चा तेल दरअसल अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ा है। जबकि दुनियाभर में इसकी डिमांड घटी है.। जिसके चलते ब्रेंट क्रूड के दाम 26 दिसंबर के बाद से 10 फीसदी सस्ता हो चुका है।
1 करोड़ 52 लाख रुपए का खर्च मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेट्रोल-डीजल की लगतार बढ़ती कीमतों से आम लोगों की जेब पर रोज लगभग 1 करोड़ 52 लाख रुपए का अतिरिक्त खर्च बढ़ता जा रहा है।