हर साल देशभर से 300 स्टूडेंट्स का सलेक्शन इस स्कॉलरशिप के लिए किया जाएगा। स्कीम के तहत स्टूडेंट्स को 25 हजार रुपए प्रतिमाह तीन साल तक मिल सकेंगे। यह IIT की तरह फुलटाइम प्रोग्राम होगा। प्रो.सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि हमने पब्लिक और प्राइवेट कंपनीज को भी स्कॉलरशिप के लिए आमंत्रित किया है। यदि स्टूडेंट्स नई टेक्नोलॉजी पर और इंडस्ट्री की प्रॉब्लम दूर करने के लिए काम करते हैं, तो हर इंडस्ट्री पांच छात्रों को स्कॉलरशिप देगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने कम स्टूडेंट्स वाले कॉलेजों में सीटों की कटौती की घोषणा की थी, इसका असर है कि इस साल पिछले वर्ष के मुकाबले डेढ़ लाख सीटों में कटौती कर दी गई है।
स्टूडेंट्स को मिले मैडल mnit का 13वां दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि एआइसीटीई चेयरमैन प्रो.अनिल सहस्त्रबुद्धे ने स्टूडेंट्स को संबोधित कर कहा कि तकनीकी शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व और विकास की योजनाएं स्किल इंडिया, डिजीटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्मार्ट सिटी की कल्पना सफल हो सकेगी। संस्थान की चेयरपर्सन चित्रा रामकृष्ण ने स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए कहा कि अपने व्यावसायिक जीवन की पारी के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि उन्हें गौरवशाली संस्थान की युवा प्रतिभाओं पर गर्व है। MNIT डायरेक्टर प्रो.उदयकुमार यारागट्टी ने संस्थान के रिसर्च की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि NIT, जयपुर रिसर्च में लगातार आगे बढ़ रहा है। दीक्षांत समारोह में कुल 1170 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई। इसमें यूजी की 731, पीजी की 358 और 81 शोध उपाधियां शामिल हैं। वहीं यूजी के 9 और पीजी के 27 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल से नवाजा गया। समारोह के दौरान गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाली कैमिकल इंजीनियरिंग ब्रांच की स्टूडेंट पूर्वा अग्रवाल ने स्टेज से नीचे उतरकर व्हील चेयर पर बैठे पिता को मैडल पहनाया तो उनकी आंखें भर आईं। पूर्वा का कहना था कि वे पिता को गौरवान्वित करना चाहती थीं।