
Education Vs Skilled Jobs
Education: एक रिसर्च के अनुसार 2020 तक भारत में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की वजह से 18 लाख युवा अपनी नौकरी खो देंगे लेकिन यही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस लगभग 23 लाख युवाओं को नए सेक्टर्स में रोजगार भी दे रही होगी। यही एक वो चीज है जो भारत के एजुकेशन तथा जॉब सेक्टर को परेशान कर रही है। भारत में जॉब्स की कमी नहीं है लेकिन स्किल्ड युवाओं की बहुत ज्यादा कमी है जिसकी वजह से ये जॉब्स भारत से बाहर जा रही है।
इसी तरह का एक और उदाहरण है आज से कुछ दशक पहले तक देश में स्थानीय आवागमन के लिए बैलगाड़ी और तांगे का प्रयोग किया जाता था। तकनीक का विकास हुआ और देश में साइकिल, बस, टैम्पो, आदि आए और देखते ही देखते तमाम बैलगाड़ियां व तांगे चलन से बाहर हो गए और उनके सहारे चलने वाले परिवारों की आजीविका खतरे में पड़ गई परन्तु दूसरी ओर नई तकनीक के कारण देश को स्किल्ड ड्राइवर्स की जरूरत थी, जिन लोगों ने इन वाहनों को चलाना सीख लिया, उनके लिए भविष्य की राह आसान हो गई।
हाल ही कुछ वर्षों पहले तक हर गली-मुहल्ले में एक STD-PCO वाला हुआ करता था, जहां लोग जाकर दूर रहने वाले अपने परिचितों तथा मित्रों से बात कर पाते थे। परन्तु मोबाइल और इंटरनेट के प्रयोग ने उन तमाम STD-PCO वालों की दुकानें बंद कर दी और वे बेरोजगार हो गए परन्तु देश भर में लाखों लोगों की नौकरी खाने वाले मोबाइल और इंटरनेट ने एक नई क्रांति का सूत्रपात किया जिसमें देशभर में लाखों नई नौकरियां पैदा कर दी और आज भी युवाओं के लिए सुनहरा अवसर प्रदान कर रहे हैं।
सरल शब्दों में हम कह सकते हैं कि हर नई तकनीक का विकास पुरानी जॉब्स को खत्म करता है लेकिन नई जॉ़ब्स भी पैदा करता है, जो युवा नई तकनीकों को अपना लेते हैं, खुद में स्किल्स डवलप कर लेते हैं, उनका भविष्य सदैव आकर्षक व सुनहरा रहता है परन्तु जो खुद को समय के साथ नहीं बदल पाते, वे पीछे रह जाते हैं और उन्हें बेरोजगारी का सामना करना पड़ता है। इसलिए अगर युवाओं को जॉब चाहिए तो जरूरी है कि वो स्किल्स को डवलप करें, नई तकनीक को अपनाएं तथा उसी के आधार पर आगे बढ़ने का प्रयास करें।
Published on:
17 Sept 2019 01:54 pm
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