मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से एक प्रेजेंटेशन में बताया गया कि सरकार ने देश में शिक्षा के विकास के लिए अनेक कदम उठाए हैं और महत्वाकांक्षी जिलों में स्कूली शिक्षा को मजबूत बनाया गया है। मंत्रालय ने बताया कि गत वर्ष शुरू हुए समग्र शिक्षा अभियान के तहत 218 स्कूलों का दर्जा बढाया गया है और 745 स्कूलों को मजबूत किया गया है। इसके अलावा 2113 स्कूलों में आईटी सुविधा की व्यवस्था की गई है और 199 केन्द्रीय विद्यालयों को भी विकसित किया गया है।
सात लाख स्कूलों में पहली बार पुस्तकालयों के लिए और 9 लाख स्कूलों में खेल की सुविधा के लिए सहायता दी गई। इसके अलावा कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में कक्षाओं का भी दर्जा बढाया गया है। मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान परिषद् प्री स्कूल बच्चों की शिक्षा के लिए भी अब नीतियां बना रहा है।
इसके अलावा वोकेशनल शिक्षा के लिए 9 हजार स्कूलों में 28 लाख छात्रों का कौशल विकास किया गया। मंत्रालय की और से जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे स्कूलों में जाकर शौचालयों की हालत का मुआयना करें और यह देखे कि उसमे पानी और सफाई ठीक है या नही।