16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Test Elections-news

Test Elections-news

3 min read
Google source verification
gehlot cabinet

gehlot cabinet

यह भी पढ़े:-वह समुदाय जिसके लिए लाया गया सीएए, बंगाल चुनाव में फिर बना हुआ है राजनीति का केंद्र!

प्रचार अभियान का नेतृत्व खुद ममता कर रही है
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में (West Bengal Vidhaan Sabha Chunaav 2021) तृणमूल कांग्रेस में चुनाव प्रचार अभियान का नेतृत्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद संभाले हुए हैै। हालांकि, पिछले दिनों एक जनसभा के दौरान वह घायल हो गई थीं। पैर में गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था, लेकिन चुनावी सरगर्मी को देखते हुए उन्होंने अस्तपाल के बिस्तर पर आराम फरमाने के बजाय व्हील चेयर पर बैठकर जनता के बीच जाने का निर्णय लिया। ममता बनर्जी ने रविवार को रोड शो किया, जिसमें वह व्हील चेयर पर बैठकर ही जनता से रूबरू हुईं।

भाजपा भी मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही
बता दें कि राज्य में भाजपा दूसरी ऐसी पार्टी है, जो इस चुनाव में मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है। पार्टी ने चुनाव प्रचार अभियान में पूरा दमखम लगा दिया है। सारे प्रमुख नेता और स्टार प्रचारक राज्य में जगह-जगह प्रचार कर रहे हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जैसे प्रमुख लोग प्रचार के लिए आ चुके हैं। रविवार को एक तरफ ममता बनर्जी व्हील चेयर पर बैठकर जनता के बीच गईं थीं, तो अमित शाह ने भी कई जगह रोड शो किया। इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी चुनावी रैली को संबोधित किया।

यह भी पढ़े:-कांग्रेस में कलह की वजह बने पीरजादा, जानिए बंगाल में क्यों सभी दल उनसे मिलाना चाहते हैं हाथ

वामदल और कांग्रेस में सुस्ती!
दूसरी ओर, वामदल और कांग्रेस भी अपने-अपने स्तर पर चुनावी तैयारियों में जुटी है। हालांकि, मैदान में जितनी तेजी तृणमूल और भाजपा की ओर से दिखाई दे रही है, उतनी इन दोनों दलों की ओर से नजर नहीं आ रही।

क्यों टाला जा रहा घोषणा पत्र कार्यक्रम
बहरहाल, तृणमूल कांग्रेस चुनाव प्रचार में तेजी दिखा रही है। उम्मीद्वारों के नाम का ऐलान करने में भी अब तक अव्वल रही है, मगर पार्टी से घोषणा पत्र जारी नहीं किया जा रहा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन बार इसे जारी करने का ऐलान कर चुकी हैं, मगर हर बार कोई न कोई वजह बताकर उसे टाल दिया जा रहा है। सवाल यह है कि वोटिंग में अब मुश्किल से 12 दिन बचे हैं, ऐसे में प्रचार के दौरान जनता के बीच किन दावों और वादों के साथ पार्टी नेता और उम्मीद्वार जा रहे हैं और आगे भी जाते रहेंगे।

पार्टी ने नई तारीख नहीं बताई
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस की ओर से रविवार को घोषणा पत्र जारी करने का कार्यक्रम था। यह तीसरी बार रखा गया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद रविवार शाम को अपने कालीघाट स्थित आवास से इसे जारी करने वाली थीं, मगर इस बार भी यह टाल दिया गया। वैसे, कार्यक्रम को टालने की स्पष्ट वजह नहीं बताई गई। हालांकि, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, घोषणा पत्र जारी करने का कार्यक्रम कुछ समय तक के लिए टाल दिया गया है और इसे जल्द जारी किया जाएगा। यानी इस बार तारीख का ऐलान भी नहीं किया।

पहले क्या वजह बताई थी
इससे पहले, पार्टी की ओर से गत 9 मार्च को घोषणा पत्र जारी करने का ऐलान किया गया था, मगर जारी नहीं किया गया। तब कोलकाता में आग लगने की एक घटना में 9 लोगों के मारे जाने को वजह बताते हुए इसे 11 मार्च तक के लिए टाल दिया था। इसके बाद तृणमूल ने 10 मार्च को पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले को कारण बताकर 11 मार्च यानी गुरुवार को भी घोषणा पत्र जारी नहीं किया गया। इसके बाद 14 मार्च दिन रविवार को दिन निर्धारित किया गया था, मगर ऐन वक्त पर इसे भी स्थगित कर दिया गया। इस बार कोई वजह नहीं बताई गई।`