यह भी देखें : कई विवादों से जुड़ चुका है पिनाराई विजयन का नाम यह भी देखें : ई. श्रीधरन ने तय किया भारतीय रेलवे से राजनीति तक का सफर सुन्नी युवजन संघम (SYS) के स्टेट सेक्रेट्री अब्दुल हमीद फैजी ने एक फेसबुक पोस्ट में खादेर के मंदिर जाने तथा वहां पूजा करने पर आपत्ति जताते हुए लिखा है, “एक मुस्लिम नेता द्वारा मंदिर जाने तथा वहां पर पूजा करना न केवल धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से अमान्य और गलत है वरन इससे उनके अनुयायियों में भी इस तरह की चीजों का स्वीकार करने का संकेत जाएगा जो पूर्णतया गलत है।” फैजी ने कहा कि अगर हमें हमारी सेकुलरता दिखाने के लिए गैरमुस्लिम मान्यताओं को मानना पड़े या उनका समर्थन करना पड़े तो हमें ऐसी धर्मनिरपेक्षता नहीं चाहिए।
फैजी ने पूर्व शिक्षामंत्री अब्दुराब की सराहना करते हुए खादेर को उनसे सीख लेने की बात भी कही। उल्लेखनीय है कि अब्दुराब ने एक कार्यक्रम की शुरुआत में दीपक जलाने से इनकार करते हुए कहा था कि मेरा धर्म इसकी अनुमति नहीं देता। फैजी ने सैयद उमर अली शिहाब थांगल का स्मरण करते हुए उनकी प्रशंसा भी की। आपको बता दें कि आज से दो दशक पूर्व सैयद उमर अली शिहाब ने एक मंत्री चेरक्कलम अब्दुल्ला द्वारा एक हिंदू मठ में जाने तथा वहां सिर पर तिलक लगाए जाने को धर्मविरुद्ध बताते हुए उस मंत्री के खिलाफ एक्शन लिया था। एक अन्य सुन्नी नेता नजर फैजी कोदाथायी ने भी खादेर के मंदिर जाने की आलोचना की है।
अपनी फेसबुक पोस्ट में नजर ने कहा कि हिंदू भी एक मुस्लिम को अपनी मान्यताओं को पालन करते हुए देखना पसंद नहीं करेंगे। सुन्नी नेता ने कहा कि इस प्रकार मुस्लिम नेताओं द्वारा हिंदू मंदिरों में जाना राजनैतिक दृष्टि से भी घातक हो सकता है, बहुत संभव है कि हिंदू उन्हें वोट न दें।
समस्त केरल सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन के नेता ओनमपिल्ली मुहम्मद फैजी ने भी अन्य सुन्नी नेताओं के विचारों से साम्यता दर्शाते हुए खादेर की निंदा की है और कहा है कि खादेर सहित अन्य सभी मुस्लिम नेताओं को इस तरह की हरकतों से बचना चाहिए।