– तिरुवनंतपुरम जीतने वाली पार्टी ही केरल में सरकार बनाती है चेन्नीथला की शिकायत पर चुनाव आयोग ने संबंधित अधिकारियों से वोटर लिस्ट जांचने तथा फर्जी नामों को हटाने के निर्देश दिए थे। कुछ केस ऐसे थे जिनमें एक ही आदमी की फोटो को कई वोटर आईडी बनाने के लिए प्रयोग किया गया था। कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग को इस संबंध में पांच शिकायतें दी थी। इस पर अधिकारियों को राज्य की सभी 140 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव की वोटर्स लिस्ट को जांचने का काम सौंपा गया था। नई गाइडलाइन के अनुसार अब सभी चुनावी बूथों पर संबंधित अधिकारी एक से मिलते-जुलते नामों को जांचने का काम करेंगे। इस तरह जांची गई लिस्टों को बूथ लेवल ऑफिसर्स को सौंपा जाएगा जो मतदाता सूची को फाइनल करने का काम करेंगे।
चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन के अनुसार मतदाताओं का नाम एक से अधिक लिस्टों में होने पर भी ऐसे मतदाता केवल एक ही जगह वोट दे पाएंगे। मतदान के दिन बूथ इंचार्ज के पास सभी मतदाताओं के नाम की लिस्ट होगी। यदि किसी मतदाता का नाम एक से अधिक बार है तो उन पर नजर रखी जाएगी। उन मतदाताओं को मतदान केन्द्र से तब तक बाहर नहीं आने दिया जाएगा जब तक कि उनकी अंगुली पर लगी स्याही सूख नहीं जाती।
यदि किसी क्षेत्र विशेष की मतदाता सूची में ज्यादा शिकायतें हैं तो वहां चुनाव बूथों पर सीसीटीवी लगाए जांएंगे। इसके साथ ही यह लिस्ट राजनीतिक पार्टियों को भी दी जाएंगी ताकि वे इसे अपने स्तर पर भी जांच सकें और गड़बड़ी होने पर चुनाव आयोग को बता सकें।