भाजपा में 9000 सोशल मीडिया पदाधिकारी यूपी भाजपा में करीब 9000 सोशल मीडिया पदाधिकारी बनाये गये हैं। इनकी अब तक 85 से अधिक बैठकें हो चुकी हैं। हर जिले के 100 से अधिक फेसबुक पेज बने हुए हैं। 11 हजार दक्ष पेशेवरों की पूरी डिजिटल सेना है। जिसमें से एक सोशल मीडिया का काम संभाल रही है, तो दूसरी आईटी सेल। यूपी भाजपा के आईटी सेल प्रभारी कामेश्वर नाथ 24 घंटे डिजिटल चुनाव प्रचार सामग्री बनाने में जुटे रहते हैं।
कांग्रेस करेगी डिजिटल रैलियां डिजिटल चुनाव प्रचार में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस मुख्यालय के अलावा उत्तर प्रदेश में कई सोशल मीडिया हैंडलर्स कार्यरत हैं। पार्टी की योजना कम से कम 500 फेसबुक पेज, 200 ट्विटर हैंडल्स और 400 के करीब इंस्टाग्राम पेज के जरिए चुनाव लडऩे की है। कांग्रेस अपने घोषणा पत्र को भी ऑनलाइन अभियानों के जरिए आमजनता तक ले जाएगी। उत्तर प्रदेश में रुचिरा चतुर्वेदी कांग्रेस के सोशल मीडिया अभियानों को धार दे रहीं हैं। उनका कहना है कि हर विधानसभा क्षेत्र में 50 सोशल मीडिया योद्धा तैनात हैं, ये हर उम्मीदवार के लिए काम करेंगे। यूपी में कम से कम 200 से अधिक प्रोजक्टर के जरिए कांग्रेस नेताओं के भाषणों को प्रसारित किया जाएगा।
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शिवपाल सिंह यादव का एलान, ‘मैं सपा में ही रहूंगा’ जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट बना सपा का वॉररूम समाजवादी पार्टी मुख्यालय के ठीक बगल में स्थित जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में सपा का वॉररूम 24 घंटे काम कर रहा है। डिजिटल रैलियों के लाइव प्रसारण की यहीं से व्यवस्था होगी। पार्टी ने सभी 403 विधानसभा सीटों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाये हैं। समाजवादी डिजिटल फोर्स पूरी तरह से सक्रिय है। घनश्याम तिवारी के नेतृत्व में सपा की डिजिटल सेना काम कर रही है। सपा 22 में बाइसकिल जैसे अभियानों के जरिए फेसबुक पेज पर डिजिटल चुनाव लड़ रही है।
सतीशचंद्र मिश्र का कार्यालय बना ई-हाथी बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र का आवास और कार्यालय डिजिटल ई-हाथी में तब्दील हो गया है। यहां आंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़े तमाम यू-ट्यूबर आईटी सेल से जुड़े हैं, जो ई-रैलियों की तैयारी कर रहे हैं। हाथी के ई-डिजिटल पोस्टर जारी किये जा रहे हैं। जल्द ही मायावती के भाषण भी फेसबुक पेजों पर लोड किया जायेंगे। सतीश चंद्र मिश्र के बेटे कपिल मिश्र और मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने डिजिटल प्रचार की डोर संभाल रखी है।