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स्कूल परिसर में नजर आएंगे महाभारत के प्रसंग
अयोध्या में राममंदिर के जवाब में इटावा में 51 फीट ऊंची कृष्ण प्रतिमा लगाने के मुद्दे पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहाकि यहां धर्म की राजनीति जैसा कुछ नहीं है। प्रभु श्रीकृष्ण यदुवंश के गौरव हैं और उन्होंने महाभारत में बड़ी भूमिका निभाई थी। कृष्ण के गीता उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। इसी नाते सैफई के निर्माणाधीन कालेज में यदुवंश के गौरव की प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया गया है। इसी परिपेक्ष्य में कालेज परिसर में दुर्योधन, भीष्म, युधिष्ठिर और अर्जुन समेत कई अन्य पात्रों की मूर्तियां भी लगाई जाएंगी। प्रत्येक मूर्ति के साथ में संबंधित का महाभारत में किरदार और योगदान भी लिखा जाएगा।
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50 टन है 51 फीट ऊंची श्रीकृष्ण की मूर्ति का वजन
सपा के सुल्तान ने बताया कि श्रीकृष्ण की मूर्ति को नोयडा के मूर्तिकारों से तैयार कराया गया है। करीब 51 फीट ऊंची मूर्ति का वजन 50 टन है, जबकि महाभारत के अन्य पात्रों की मूर्तियां करीब 10 फीट ऊंची होगी। कालेज परिसर में मूर्तियों का खर्च सैफई महोत्सव कमेटी उठा रही है। अखिलेश यादव के मुताबिक, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मूर्ति का अनावरण एक बड़े कार्यक्रम में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देश के समस्त बड़े नेताओं को न्योता जाएगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति लगवाने का ऐलान किया था।