महिलाअों को सम्मान और सुरक्षा देने के सरकार के दावे और वायदे की यूपी में पोल खोलते नजर आ रही है। हालात यह है कि बेटियां अब अपने घर में ही सुरक्षित नहीं है। घटना फतेहपुर जिले के मलवां थाना क्षेत्र में हुयी जिसमें ग्यारहवीं की छात्रा को उसके पिता ने ही मौत के घाट उतार दिया वजह सिर्फ इतनी कि वही आजाद जिन्दगी जीना चाहती थी लेकिन पिता की मूंछ नीची हो रही थी ।
मलवां थाने के हसनापुर गांव के खेलावन की तीन बेटियों और चार बेटों में सबसे बड़ी गुड़िया 14 किलोमीटर दूर बिन्दकी इण्टर कॉलेज में ग्यारहवीं की छात्रा थीं। लड़कियों के अलावा कुछ सहपाठी लड़कों से भी आजाद ख्याल गुड़िया की दोस्ती हो गयी। गुड़िया की अपने दोस्तों से नजदीकी उसके पिता को पसंद नहीं थी। कार्तिक मेले के दौरान गुड़िया को इसी बात को लेकर पिता खेलावन ने घर में गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बोरा में लेकर घर से करीब दो किलोमीटर दूर रेना गांव के जंगल में एक वीरान कुंए में फेंक दिया था।
मंगलवार को जंगल में काम कर रहे मजदूरों ने बदबू के चलते कुंए में झांका तो लाश होने की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने कुंए से लाश निकालकर शिनाख्त कराई तो वारदात का खुलासा हो गया। पुलिस ने पिता खेलावन को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी कपिल देव मिश्रा ने बताया कि रेना गांव के जंगल स्थित कुएं से बरामद लाश की शिनाख्त के साथ ही वारदात का खुलासा हो गया है। मृतका गुड़िया को आजाद ख्याली के चलते उसके पिता ने गला घोंट कर हत्या कर दी थी। अभियुक्त पिता को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है।