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2.30 घंटे तक नहीं होगा कोई काम
वहीं दूसरी ओर यस बैंक की ओर से अलर्ट भी जारी किया गया है। जिसके तहत आज याली 18 मार्च को शाम 6 बजे सभी पाबंदियां हटने और सभी सर्विस शुरू होने से पहले दोपहर 3 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 6 बजे तक मौजूदा समय में चल रही सभी सर्विस को बंद कर दिया जाएगा। इसका मतलब ये हुआ कि कोई भी यूपीआई के जरिए भी ट्रांजेक्शन नहीं कर पाएगा।
सिर्फ एक तिहाही ने निकाले 50 हजार रुपए
जानकारी के अनुसार मोरेटोरियम के दौरान सिर्फ यस बैंक के एक तिहाई ग्राहकों ने बैंक से सिर्फ 50,000 रुपए निकाले। बैंक को दोबारा से खड़ा करने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( State Bank of India ) 7250 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। एसबीआई चीफ रजनीश कुमार के अनुसार यस बैंक के शेयर अगले तीन सालों तक नहीं बेचे जाएंगे। उन्होंने यह कदम छोटे निवेशकों को बचाने के लिए किया है। उनका मकसद सभी शेयरहोल्डर्स को सुरक्षित रखना है। वहीं दूसरी ओर एचडीएफसी, आईसीआईसीआई ने भी यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदी है।
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हिस्सेदारी लेते ही 6 गुना का मुनाफा
यस बैंक में अब तक इक्विटी खरीदने वाले घरेलू वित्तीय संस्थानों को प्राइवेट बैंक की रिस्ट्रक्चरिंग स्कीम के तहत अप्रत्याशित लाभ हुआ। सात प्राइवेट बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के तहत आने वाले भारतीय स्टेट बैंक ने 10 रुपए मूल्य पर यस बैंक के 1,000 करोड़ शेयर खरीदकर बैंक में 10,000 करोड़ रुपए डाले। मंगलवार को बैंक के शेयर की कीमत 58.65 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ। अगर निवेशक इन शेयरों का एक अंश बेचते हैं कि उनको तकरीबन छह गुना अधिक रिटर्न प्राप्त हो सकता है।
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ICICI और HDFC को भी लाभ
वहीं दूसरी ओर आईसीआईसीआई बैंक और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन ने यस बैक में एक-एक हजार करोड़ रुपये के 100-100 करोड़ शेयर खरीदे हैं। अगर ये बैंक अपने निवेश का 25 फीसदी अर्थात 25 करोड़ शेयर भी बेचते हैं तो प्रत्येक को यस बैंक के शेयर के वर्तमान मूल्य पर करीब 1,500 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे। इस प्रकार न सिर्फ उनको पूरी निवेश राशि की वसूली होगी, बल्कि अच्छा मुनाफा भी मिलेगा।