100 अधिकारियों-पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करेगी डीएमआरसी एक्वा लाइन मेट्रो के परिचालन और रखरखाव के लिए डीएमआरसी की ओर से 100 अधिकारियों और पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। ये अधिकारी और पर्यवेक्षक एनएमआरसी के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देंगे। इन सभी कार्यों के लिए एनएमआरसी की ओर से डीएमआरसी को तीन करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। इस मेट्रो लाइन के शुरू होने के बाद यह ट्रैक दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ी एेलिवेटेड ट्रैक बन जाएगा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए 29.707 किलोमीटर लंबा एेलिवेटेड ट्रैक बनाया गया है। आपको बता दें कि इसस पहले दिल्ली में द्वारका से बाराखंभा तक 26 किलोमीटर लंबा एेलिवेटेड ट्रैक बनाया गया था। यह ट्रैक ब्लू लाइन पर स्थित है।
दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों को होगा फायदा नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली एक्वा लाइन के शुरू होने के बाद इसका सबसे ज्यादा फायदा दिल्ली-एनसीआर के लोगों को होगा। दिल्ली और एनसीआर के शहरों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, बहादुरगढ़ के लोग नौकरी के लिए ग्रेटर नोएडा आते हैं। लेकिन उन्हें इसके लिए कई घंटे यात्रा करनी पड़ती है। इसमें लोगों को अधिक धन भी खर्च करना पड़ता है। लेकिन एक्वा लाइन मेट्रो के शुरू होने का बाद इन लोगों की धन और समय की बचत होगी। इस मेट्रो लाइन के शुरू होने के बाद ग्रेटर नोएडा के लोग भी आसानी से दिल्ली-एनसीआर के किसी भी शहर में आ-जा सकेंगे।