केंद्र सरकार ने डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट स्कीम ( Dairy Entrepreneurship development Scheme- DEDS) चलाई हुई है। इस योजना के तहत पशुपालन करने वाले व्यक्ति को कुल प्रोजेक्ट लागत पर 33.33 फीसदी तक की सब्सिडी मुहैया कराई जाती है। DEDS के तहत आप मात्र 10 फीसदी रकम के साथ बिजनेस शुरू कर सकते हैं। वैसे सरकार मुद्रा स्कीम के माध्यम से भी डेयरी बिजनेस के लिए मदद दे रही है। और आज हम आपको मुद्रा स्कीम के तहत मिलने वाली मदद के बारे में बताएंगे।
कितनी मदद करेगी सरकार- Mudra loan Yojna के तहत सरकार छोटे उद्मियों को बिजनेस शुर करने के लिए मदद करती है और इसमें डेयरी उद्योग भी शामिल है । अगर आप 16 लाख का प्रोजेक्ट लगाना चाहते हैं तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपए की जरूरत होगी क्योंकि सरकार 70 फीसदी तक लोन सरकार दे देगी । डेयरी प्रोडक्ट्स ( Dairy Products ) में आप फ्लेवर मिल्क, दही, बटर मिल्क और घी बनाकर बेच सकते हैं।
इंफ्रास्ट्क्चर है बेहद जरूरी- डेयरी उद्योग ( dairy Business ) के लिए आपके पास 1000 स्कवायर फीट की जगह होनी चाहिए। 500 स्कवायर फीट की जगह प्रोसेसिंग एरिया बनाने के लिए, 150 स्कवायर फीट रेफ्रिजरेशन रूम, वाशिंग एरिया 150 स्कवायर फुट, ऑफिस स्पेस 100 वर्ग फुट और टॉयलेट के लिए भी कुछ जगह चाहिए होगी ।
कितना होगा फायदा- प्रधानमंत्री मुद्रा स्कीम ( Mudra Loan ) के प्रोजेक्ट प्रोफाइल के मुताबिक एक साल में आप लगभग 75 हजार लीटर फ्लेवर मिल्क सेल कर सकते हैं, इसके अलावा लगभग 36 हजार लीटर दही, बटर मिल्क 90 हजार लीटर और 4500 किलोग्राम घी बना कर सेल कर सकते हैं। इससे आप लगभग 82.50 लाख रुपए का टर्नओवर हो जाएगा। जिसमें आपको लगभग 74 लाख रूपए की कॉस्टिंग होगी जबकि 14 फीसदी ब्याज निकालने के बाद भी आपको लगभग 8ललाख की बचत हो सकती है।