शिवपाल यादव ने बताई अखिलेश के दोबारा सीएम न बन पाने की वजह, देखें वीडियो
तहसील में बुलाई गई थी बैठक जसराना के तहसील सभागार में तहसीलदार बिंदा प्रसाद पटेल ने जसराना तहसील के तीनों ब्लॉकों की आशायें, आंगनवाड़ी कार्यकत्री और रोजगार सेविकाओं-सेवकों की दोपहर में बैठक बुलाई थी। सभी को वोट काटने और बढ़ाने के लिये बीएलओ का कार्य सौंपने की बात कही गई। इसी पर सभी आशायें, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं रोजगार सेवकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और बीएलओ का कार्य नहीं करने को कहा। उन्होंने कहा कि उनके पास और भी कार्य हैं पिछले बार का भी मानदेय अभी तक नहीं मिला है।आगरा का सबसे बड़ा ठग पुलिस की गिरफ्त में, करोड़ों की जालसाजी कर चुका है शैलेंद्र अग्रवाल
तहसीलदार के समझाने पर नहीं माने तहसीलदार ने उन्हें काफी मनाने का प्रयास किया पर वह नहीं मानीं। उन्होंने साफ कह दिया जब तक उनका मानदेय नहीं मिलेगा तब तक वह बीएलओ का कार्य नहीं करेंगी। इस दौरान उनकी तहसीलदार से नोकझोक भी हुई पर वह अपनी मांग पर अडी रहीं। काफी देर तक हंगामा भी चलता रहा तो तहसीलदार को मीटिंग समाप्त करनी पड़ी।