बता दें कि जालसाज शैलेंद्र अग्रवाल के ऊपर आगरा और मथुरा में करीब 40 मुकदमे दर्ज हैं। वह लोगों से कोल्ड स्टोरों में आलू के काम में पैसा लगवाने के नाम पर उनसे ठगी करता था। कई पुलिस अधिकारियों को भी वह चूना लगा चुका है। पूर्व में यह जेल में भी रह चुका है। फिलहाल जमानत पर बाहर था। केदार नगर के दीपक ने भी शैलेंद्र के खिलाफ आठ लाख रुपये की बेईमानी करने के मामले में शाहगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद उसने वादी को धमकी दी कि अगर उसने मुकदमा वापस नहीं लिया तो उसे जान से मार देगा। दीपक की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच की और शैलेंद्र अग्रवाल सहित धमकी देने वाले अन्य तीन लोगों पर गैंगस्टर लगा दी।
आगरा पुलिस शैलेंद्र अग्रवाल को काफी समय से खोज रही थी। शुक्रवार सुबह शाहगंज पुलिस को सूचना मिली थी कि शैलेंद्र अपने साथी रोहन सिंह पुत्र किशन निवासी मथुरा के साथ कोठी मीना बाजार से निकल रहा है। पुलिस ने मुखबिर की खबर पर भरोसा किया और घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। इंसपेक्टर राजेश्वर त्यागी ने बताया कि उसे और उसके साथी को पकड़ा गया। इसी मुकदमे में नामजद शैलेंद्र के भाई जितेंद्र और नितेंद्र की तलाश की जा रही है। इसके साथ एक साथी को भी पकड़ा गया है।