उत्तर प्रदेश के अंदर फिरोजाबाद में मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। यहां 100 से अधिक बच्चे और युवाओं की मौत हो चुकी है तो वहीं सैकड़ों बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। बच्चों का इलाज करने के लिए बाहर से बुलाकर चिकित्सकों को यहां लगाया गया है। साथ ही यहां जांच रिपोर्ट भी तेज कर दी गई है। इसके बाद भी यहां के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को यहां एक दिन में करीब 10 बच्चों की मौत हुई है। यहां के मेडिकल कॉलेज में करीब 400 बच्चे अभी भी भर्ती हैं जबकि अस्पताल में बेड़ों की संख्या इससे काफी कम है।
मथुरा
मथुरा में भी बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा है। फरह क्षेत्र के गांव कोह से शुरू हुआ डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप जिले में फैलता जा रहा है। अब बलदेव क्षेत्र में बच्चों की मौत के मामले सामने आए हैं। यहां बीते 10 दिन में चार बच्चों की मौत हो चुकी है। चार बच्चों की मौत के साथ जनपद में बुखार से मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को 21 हो गया। केंद्र और प्रदेश की स्वास्थ टीमों ने जनपद में डेरा डाल रखा है। मथुरा का फरह ब्लॉक और गोवर्धन ब्लॉक सबसे ज्यादा प्रभावित है।
फिरोजाबाद से सटा हुआ जिला मैनपुरी भी डेंगू और वायरल बुखार से अछूता नहीं है। यहां एक महीने में ही 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें बड़े बच्चे सभी शामिल हैं। जबकि बीते तीन दिन में ही पांच की मौत हुई है। वरनाहल गांव के हालत तो बहुत ही खराब हैं, बीते 10 दिन में 200 से ज्यादा लोग यहां बुखार की चपेट में आए हैं। आलम यह है कि हर घर की चारपाई पर मरीज है। स्वास्थ्य विभाग अस्थायी कैंप लगाकर इलाज कर रहा है।