आचार्य पंडित मुकेश त्रिपाठी बताते हैं कि रविवार भाद्रपद शुक्ल अन्नतचतुर्दशी को आज भगवान गणेश के विसर्जन हेतु अति शुभ मुहूर्त इस प्रकार है। सुबह 7 बजकर 57 मिनट से 10 बजकर 15 मिनट तक शुभ घड़ी है। उसके बाद दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से लेकर दो बजकर 38 मिनट तक गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकते हैं। पौने तीने बजे से लेकर चार बजकर 21 मिनट तक विसर्जन किया जा सकेगा।
शाम चार बजकर 30 मिनट से लेकर छह बजकर 12 मिनट तक राहु काल रहेगा। राहु काल में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं करना चाहिए। सूर्यास्त होने के बाद विसर्जन कदापि न करें। विसर्जन से पूर्व भगवान गणेश जी का विसर्जन पूरे श्रद्धा विश्वास के साथ करें। मिट्टी के छोटे से गणेश जी की प्रतिमा बनाकर उसे किसी बर्तन में गंगाजल डालकर भी विसर्जित किया जा सकता है। उस पानी को पेड़ पौधों में डाल सकते हैं।