टूंडला तहसील के गांव मरसेना में दो दिन पहले ग्रामीणों ने फसल को नुकसान पहुंचा रहे गौवंश को प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया था। जिसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारी इन्द्रलता तोमर मौके पर पहुंची थीं। उन्होंने असहाय गौवंश के लिए ग्राम प्रधान के बाड़े में जगह चयनित की और उनके खान—पान के लिए ग्रामीणों को दो हजार रुपए भी दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गांव भौंडेला में गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है। शीघ्र ही उस गौशाला का कार्य पूरा हो जाएगा। उसके बाद असहाय गौवंश को उसमें छोड़ दिया जाएगा लेकिन जब तक इनसे अपनी लाखों की फसल को बचाने के लिए गौवंश को संरक्षण देकर इनकी देखरेख की जाए तो इससे फसल में होने वाले नुकसान को बचाया जा सकता है। कुछ दिनों के बाद इन गौवंश को गौशाला भिजवा दिया जाएगा। उनकी यह बात ग्रामीणों की समझ में आ गई। फिर क्या था ग्रामीणों ने गौवंश की देखरेख करने की जिम्मेदारी उठा ली।
गुरुवार को भी तहसील क्षेत्र के गांव नगला गंगाराम में ग्रामीणों ने गौवंश को एक जगह एकत्रित कर उन्हें पीटना शुरू कर दिया। तभी महिला ग्राम पंचायत अधिकारी मौके पर पहुंच गई। वहां भ उन्होंने ग्रामीणों को समझा बुझाकर कुछ धनराशि देकर गौवंश संरक्षण की बात कही। उनकी बात पर ग्रामीण सहमत हो गए और गौवंश के लिए अस्थाई व्यवस्था कराते हुए उनके लिए भूसे का इंतजाम किया।