8वें मिनट में ही भारत ने ली बढ़त
मुंबई एरीना में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत की शुरुआत बेहतरीन रही और मेजबान टीम ने पहले मिनट से ही मैच पर अपना दबदबा बनाने का प्रयास किया। मैच के आठवें मिनट में अनिरुद्ध थापा ने बॉक्स के दाएं छोर से फ्री-किक पर चतुराई भरा पास दिया, जिसे गोल में डालकर छेत्री ने भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। एक गोल से पिछड़ने के बाद मेहमान टीम ने मिडफील्ड में भारतीय टीम पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय मिडफील्ड एवं डिफेंस ने अपना संयम नहीं खोया और केन्या को गोल करने का एक भी साफ मौका नहीं दिया।
छेत्री ने दागा दूसरा गोल
भारतीय डिफेंस की जान संदेश झिंगन ने 29वें मिनट में भारतीय कप्तान को एक लंबा पास दिया, जिसे गोल में डालकर छेत्री ने भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया। दूसरे हाफ में केन्या ने अपना स्वाभाविक खेल दिखाया और अपनी शरीरिक शक्ति का प्रदर्शन किया। केन्या को अपना स्वाभाविक खेल खेलने का लाभ भी मिला और 77वें मिनट में मेहमान टीम को फ्री-किक मिली, लेकिन गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने भारत की बढ़त को कम नहीं होने दिया। केन्या ने बढ़त को कम करने के लिए कई लंबे पास दिए, लेकिन वे गोल करने में कामयाब नहीं हो पाए।
छेत्री ने की मेसी की बराबरी
छेत्री ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने कुल आठ गोल किए और भारत को खिताब तक पहुंचाया। भारत की डिफेंस ने भी चार देशों की इस प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन किया और चार मैचों में केवल एक गोल खाया। छेत्री ने चीनी तेपेई के खिलाफ हैट्रिक भी लगाई थी। भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीन हैट्रिक लगाने वाले पहले फुटबाल खिलाडी भी बने छेत्री। इसके साथ ही उन्होंने इस टूर्नामेंट में अपना 100वां अंतर्राष्ट्रीय मैच भी खेला। छेत्री के अब मेसी के बराबर 64 गोल हैं। एक्टिव फुटबॉल खिलाड़ियों में वह अब केवल क्रिस्टिआनो रोनाल्डो के 84 गोल से पीछे हैं।