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Panchayat Election: देवरानी को मिला भाजपा से टिकट तो मुकाबले में उतरी जेठानी, बीजेपी विधायक के भाई भतीजे हुए बागी, निर्दलीय भरा पर्चा संजय सिंह ने कहा कि कोविड-19 के प्रति सभी लोगों को सचेत रहना चाहिए और पार्टियों को भी कोरोना को लेकर कोई राजनीति नहीं करनी चाहिए। लॉकडाउन नहीं लगना चाहिए। इतने आदमी कोरोना से नहीं मरे जितने लॉकडाउन में मर गए। उन्होंने कहा कि लखनऊ में बेड नहीं मिल रहे हैं। दिल्ली में जैसे वैक्सीन लगाई जा रही है वैसे ही यूपी में भी लगे। तभी उत्तर प्रदेश के लोगों को राहत मिल पाएगी। संजय सिंह ने कहा कि यूपी के पंचायत चुनाव में पार्टी ने लगभग सभी सीटों पर लड़ने का फैसला लिया है। पहले 500 लोगो की सूची तैयार जारी की गई थी। इसी कड़ी में अब 309 उम्मीदवारों की घोषणा की जा रही है, जिसमें डॉक्टर से लेकर वकील, महिलाएं और राजनीतिक लोगों को टिकट दिया गया है।
संजय सिंह ने यूपी के इलेक्शन कमिशन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने सिम्बल मिलने के बाद महज 5 दिन समय दिया है। कम से कम 15 दिन का समय मिले, ताकि उम्मीदवार अपनी ठीक से तैयारी कर सकें। उन्होंने कहा इससे पैसे वालों का चुनाव हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को फॉर्म मिलने से लेकर भरने तक कठनाई आ रही है। उन्होंने कहा कि दलितों, पिछड़ों और किसानों के साथ पिछले 4 वर्षों अन्याय हुए इस बार बीजेपी को सबक सिखाने का काम किया जाएगा। कानपुर से लेकर हाथरस तक की घटना याद करने का समय है।