यह भी पढ़ें- लैब टेक्निशियन की नौकरी छोड़ शुरू किया घिनौना काम, मई में ही यूपी के कई शहरों में बन ब्लॉस्ट की थी साजिश, लॉकडाउन के कारण टाला प्लान एसपी देहात डॉ. ईराज राजा ने बताया कि पिछले साल मई के महीने में शहाना नाम की एक महिला की हत्या हुई थी। शहाना आस मोहम्मद नाम के एक व्यक्ति की पत्नी थी। आस मोहम्मद पूर्व विधायक वहाब चौधरी का छोटा भाई है। इस पूरे मामले में आस मोहम्मद, उसका बेटा आहद और एक अन्य युवक समीर यानी तीन लोग जेल गए थे। इस हत्याकांड को अंजाम देने की स्क्रिप्ट पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने ही तैयार की थी। फरवरी-मार्च में समीर और आहद की जमानत हो गई थी। जबकि आस मोहम्मद अभी भी जेल में है। आस मोहम्मद के ऊपर अभी तक 46 मुकदमे दर्ज हैं।
उधर, इस पूरी घटना की जानकारी समीर को होने के कारण वहाब चौधरी ने समीर की हत्या किए जाने का षड्यंत्र रचा। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि वहाब चौधरी के भाई पर इतनी बड़ी संख्या में मुकदमे दर्ज होना और घर की बहू की हत्या किए जाने के आरोप के कारण उसका राजनीतिक वर्चस्व कम हो रहा था। इसलिए उसने फिलहाल समीर की हत्या किए जाने की योजना बनाई और हत्या कर उसके शव को खाली प्लाट में फेंक दिया गया। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि जिस पिस्टल से समीर की हत्या की गई थी। वह पिस्टल भी वहाब चौधरी के बेटे आदिल ने ही मुहैया कराई थी। आहद समीर की हत्या करने के बाद मेरठ की तरफ चला गया था, जिसे आदिल नहीं सुरक्षित स्थान पर रखा था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए विशेष टीम का गठन किया था। पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी आहद और षड्यंत्र रचने वाले पूर्व विधायक वहाब चौधरी के अलावा एक अन्य आफताब नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से पिस्टल भी बरामद कर ली गई। अभी अन्य लोग भी इस पूरे मामले में शामिल हैं। उन्हें भी जांच के बाद जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।