भीम आर्मी नेता पर ताबड़तोड़ फायरिंग के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी
जैसे ही विनोद कुमार का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान पहुंचा तो उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान पहुंचे। बता दें कि शुरू में उनके परिजनों को यह पता नहीं चल पाया था कि आखिर विनोद कुमार की मौत किस कारण से हुई है। जब उनका पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान पहुंचा तो सीआरपीएफ के अधिकारियों ने उनके परिजनों को बताया कि विनोद कुमार को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें जम्मू-कश्मीर के कटरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान विनोद कुमार जिंदगी से हार गए।Election Live: मतदान के दौरान ग्रामीणों ने कर दी यह डिमांड, भागी-भागी आईं तहसीलदार- देखें वीडियो
विनोद कुमार के अंतिम दर्शन करने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और सभी ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। साथ ही सीआरपीएफ के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा और वर्तमान चेयरमैन रंजीता धामा के अलावा क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर और कई अन्य पार्टियों के नेता भी मौजूद रहे। मौके पर पहुंचे सीआरपीएफ के अधिकारियों और नेताओं के द्वारा मृतक जवान विनोद कुमार के परिजनों को ढांढस बंधाया और हमेशा उस परिवार क्या साथ दिए जाने का भरोसा दिया।Election Live: मतदान करने के बाद बूथ के अंदर ही जमीन पर गिरे बुजुर्ग, अस्पताल में कराया गया भर्ती- देखें वीडियो
उधर मृतक जवान के पड़ोसियों का कहना था कि विनोद कुमार देशभक्त और समाजसेवी थे। वास्तव में उनकी कमी उनके परिवार को ही नहीं पूरी कॉलोनी और जानने वाले लोगों को भी खलेगी। विनोद कुमार का पार्थिव शरीर काफी देरी से पहुंचा था। सुबह से ही उनके घर पर लोगों का जमावड़ा लगा रहा। विनोद कुमार को उनके करीब 14 वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि दी, जिस वक्त उनके बेटे के द्वारा उन्हें मुखाग्नि दी जा रही थी मौके पर सभी लोगों की आंखें नम हो गई। उधर विनोद कुमार के शव को देखते ही उनकी पत्नी बेहोश हो गई, जिसके बाद मौके पर चिकित्सक भी बुलाया गया और सभी लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाया।UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App