मोदी शुगर मिल पर की कार्रवाई गाजियाबाद में गन्ना किसानों के बकाए को लेकर लापरवाह रवैया अपनाने वाली मोदी शुगर मिल के मालिकों पर एक और कार्रवाई की गई है। मोदी शुगर मिल के मालिक की डिस्टलरी और मोदी रेवलॉन कंपनी के स्टॉक को प्रशासन ने सील कर दिया है। इससे पहले जिला गन्ना अधिकारी ने मोदी शुगर मिल पर एफआईआर भी कराई थी। अब भी किसानों का 174 करोड़ रुपए मोदी शुगर मिल पर बकाया है। इसकी भरपाई अब मोदी शुगर मिल के मालिकों की दूसरी कंपनियों से की जा जाएगी। इसके तहत ही साेमवार को एसडीएम पवन कुमार, तहसीलदार राजबहादुर सिंह और नायब तहसीलदार अभिषेक शाही टीम के साथ मोदी शुगर परिसर पहुंचे। वहां उन्होंने मोदी डिस्टलरी में रखी 10 करोड़ रुपये की शराब को जब्त कर एक्साइज विभाग को सौंप दिया।
शराब बेचकर होगा किसानों का भुगतान एसडीएम पवन कुमार ने बताया कि किसानों की पेमेंट समय पर नहीं हो पा रही है। अब शराब की बिक्री कर किसानों का भुगतान किया जाएगा। यह बिक्री एक्साइज विभाग की देखरेख में होगी। पहले चीनी बिक्री का 15 प्रतिशत पैसा मिल प्रबंधन और 85 फीसदी किसानों के पास जाता था। अब इसका भी 100 फीसदी शत प्रतिशत भुगतान किसानों के खाते में जाएगा। फिलहाल अभी यह कार्रवाई की गई है। यदि आवश्यकता हुई तो इनके सभी बैंक खातों को भी सील किया जाएगा।
कर्मचारियों ने किया हंगामा वहीं, इस कार्रवाई के बाद अफवाह उड़ गई कि प्रशासन ने कंपनी को सील कर दिया है। इससे नाराज होकर कर्मचारी रात को तहसील पहुंच गए और वहां हंगामा करने लगे। उन्हें लग रहा था कि इससे वह बेरोजगार हो जाएंगे। इस पर मौके पर पहुंचे एसडीएम ने बताया कि फैक्टरी को सील नहीं किया गया है, जिसके बाद कर्मचारी माने।