बता दें कि पटना के रहने वाले जयप्रकाश गुप्ता अपनी 5 वर्षीय बच्ची के कान का इलाज कराने गाजियाबाद के राजनगर स्थित हर्ष ईएनटी अस्पताल में आए थे। भर्ती करने के बाद बच्ची का उपचार शुरू किया गया, लेकिन अचानक ही बच्ची के शरीर पर मंकीपॉक्स जैसे लक्षण दिखाई दिए। जिसकी सूचना हर्ष ईएनटी अस्पताल के निदेशक डॉ. बृजपाल त्यागी ने स्वास्थ्य विभाग को दी।
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अब चिन्हित किए गए 1000 से अधिक फार्म हाउस, जल्द चलेगा ‘बाबा का बुलडोजर’ सभी ने ली राहत की सांस जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को बच्ची में मंकीपॉक्स के लक्षण मिलने की सूचना मिली तो विभाग में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में मंकीपॉक्स की जांच के लिए सैंपल लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजा गया। अब मिली रिपोर्ट में मंकीपॉक्स की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
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भीषण हादसा : तेज रफ्तार ट्रक ने एक साथ तीन बाइकों को उड़ाया, महिला समेत 4 की मौत अस्पताल से मिली छुट्टी हर्ष ईएनटी अस्पताल के निदेशक डॉ. राजपाल त्यागी ने बताया कि बच्ची को कान के उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। जब मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दिए तो जांच के नमूने स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भेजे गए थे। जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बच्ची के कान का उपचार अभी जारी है। हालांकि अब राहत मिलने के बाद बच्ची की अस्पताल से छुट्टी भी कर दी गई है।