NIA टीम पर हुआ था हमला बतादें कि भोजपुर इलाके के फरीदनगर नहाली गांव में बीते रविवार को एनआईए की टीम ने एक बदमाश को पकड़ने के लिए छापेमारी की थी। इस दौरान एनआईए की टीम ने बदमाश को पकड़ भी लिया गया था। लेकिन, जैसे ही इसकी सूचना गांव वालों को मिली तो स्थानीय लोगों ने एनआईए की टीम और पुलिस टीम पर जमकर पथराव करते हुए आरोपी को छुड़ा लिया। इतना ही नहीं कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग भी की। इस दौरान यूपी पुलिस के एक सिपाही को गोली भी लग गई, जिसे आनन-फानन में मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया । इस दौरान स्थानीय लोगों की ओर से पुलिस और एनआईए की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई थी।
इस पूरे मामले में एनआईए की टीम और पुलिस पर पथराव किए जाने वाले और सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ करने वाले 60 अज्ञात महिला और पुरुष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। फिलहाल, स्थानीय लोगों में से उस एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया था , जिसने बदमाश को छुड़ाने की सबसे पहले वकालत की थी। आपको बताते चलें कि फरीद नगर में इससे पहले भी कई अवैध तमंचे बनाने वाली फैक्ट्रियों का पर्दाफाश किया जा चुका है। यानी फरीद नगर इलाके में पहले से भी कई बड़े अपराधी पकड़े जा चुके हैं। उस वक्त भी इन बदमाशों को पकड़ने के लिए भी पुलिस को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा था।