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आपको बताते चलें कि दिल्ली एनसीआर में लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो रहा था। जिसके कारण लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। लोगों को सांस लेने में और घर से निकलने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी प्रदूषण से निपटने के उपाय ढ़ूझ रहे हैं। इतना ही नहीं प्रदूषण इस कदर बढ़ गया। कि बच्चों के स्कूलों की छुट्टी भी घोषित की गई थी।
हालांकि खुद नगर निगम द्वारा भी प्रदूषण पर नियंत्रण पाए जाने के तमाम दावे किए जा रहे थे। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जब गाजियाबाद का भ्रमण किया गया तो शहर में कई जगह कूड़े के ढेर जलते हुए नजर आए। जिसे अधिकारियों द्वारा गंभीरता से लिया गया और इसे एनजीटी के द्वारा दिए गए आदेशों का उल्लंघन मानते हुए नगर निगम के सिटी जॉन पर एक बार में ₹50000 और 5 बार में 25 -25 हजार का जुर्माना लगाया गया है। इस जुर्माने के संबंध उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जुर्माने की कार्रवाई करते हुए प्रशासन को रिपोर्ट तैयार कर भेज दी है। यानी जहां एक तरफ खुद नगर निगम के अधिकारी प्रदूषण पर नियंत्रण पाए जाने के तमाम दावे कर रहे हो। वहीं उन्हीं अधिकारियों की लापरवाही के चलते नगर निगम पर भी तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।