बता दें कि इस्लामी जिहाद के खिलाफ अक्सर विवादित बयानों को लेकर डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार यती नरसिंहानंद सरस्वती ने इसके विपरीती बयान देकर सबको चौंका दिया है। यति ने कहा है कि अभी तक उन्होंने इस्लामी जिहाद से लड़ने में अपना समय लगाया और तमाम तरह की परेशानियों को झेला। लेकिन, अब वह अपने जीवन का आगे का नया अध्याय शुरू कर रहे हैं। यानी वह आने वाला आगे का जीवन मां जगत जननी और महादेव के यज्ञ में ही व्यतीत करेंगे। सार्वजनिक जीवन से उनका कोई वास्ता नहीं रहेगा।
यह भी पढ़ें-
आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से 89वें केस में मिली अंतरिम जमानत, जानें जेल से कब बाहर आएंगे यति बोले- सिर्फ जितेंद्र त्यागी से मिलने हरिद्वार आया दरअसल, आज जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जेल से रिहा हो गए हैं। यति नरसिंहानंद सरस्वती और उनके अन्य तमाम साथी जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी से मिलने गए थे। लेकिन, जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रिहा होने के बाद उनसे मिले बगैर ही चले गए। इस बात से यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा कि वह हरिद्वार में केवल और केवल जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई के लिए आए थे।
यह भी पढ़ें-
आजम खान की जमानत पर समर्थकों में खुशी की लहर, बेटे अब्दुल्ला आजम ने कही ये बड़ी बात जितेंद्र सिंह से मांगी क्षमा उन्होंने कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी का जेल में किस तरह का अनुभव रहा, यह तो वही जान सकते हैं। लेकिन, आज वह यह जरूर कहना चाहते हैं कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को यदि जेल जाना पड़ा तो उनकी कमजोरी के कारण जाना पड़ा। इस बात के लिए वह खुद अपने आप को दोषी मान रहे हैं और इस बात के लिए जितेंद्र नारायण सिंह से वह क्षमा प्रार्थी भी हैं। इतना ही नहीं यती नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा है कि वह यह घोषणा करते हैं कि अभी तक उन्होंने जो भी किया। उन सभी गलतियों के लिए वह क्षमा मांगते हैं और अब वह अपना आगे का जीवन एकदम साधारण व्यतीत करेंगे।