बच्ची को बचाने का मामला गाजीपुर से निकलकर लखनऊ शासन के गलियारे में भी गूंज रहा है। आज जिला अधिकारी मंगल्ला प्रसाद सिंह खुद उस लड़की को देखने पहले जिला अस्पताल के बेबी वार्ड पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों से उस लड़की का हाल चाल जाना। उसके बाद वह गुल्लू चौधरी के घर पहुंचे और उसका हालचाल जाना। उन्होंने गुल्लू चौधरी से कहा कि आपका यह कार्य सिर्फ गाजीपुर में ही नहीं पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने बातचीत में बताया कि ये नेक कार्य है। मैं गुल्लू चौधरी से मिलकर उनकी समस्याएं भी सुनी है।
ये भी पढ़ें- गंगा नदी में मिली नवजात बच्ची का पालन पोषण व पूरा खर्चा उठाएगी सरकार, बचाने वाले नाविक को मिलेगा सरकारी आवास नाविक ने की यह मांग- डीएम से मिल नाविक ने कहा कि जीविकोपार्जन के लिए उनके चाचा की एक पुरानी नाव है। ऐसे में और एक नाव और रास्ते की मांग की है। डीएम ने कहा कि प्रशासन की तरफ से गुल्ली को एक नई नाव दी जाएगी और उनके घर पर आने के लिए रास्ते की समस्या का समाधान किया जाएगा। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है। इस बच्ची के भरण पोषण और शैक्षिक कार्य का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। वहीं गुल्लू खुश हैं और शासन और प्रशासन को धन्यवाद दे रहे हैं। साथ ही नवजात गंगा को पालने की भी बात कह रहे हैं।