जल्दबाजी में की गई है घोषणा “यह घोषणा जल्दबाजी में की गई है, उन पहलवानों को पर्याप्त सूचना दिए बिना, जिन्हें उक्त राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना है और डब्ल्यूएफआई के संविधान के प्रावधानों का पालन किए बिना है।”
इस पर पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कहा कि वह कोई विवाद खड़ा नहीं करना चाहते, लेकिन भारतीय कुश्ती जगत में ताजा घटनाक्रम से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ‘मैं कुश्ती से पूरी तरह सेवानिवृत्त हो चुका हूं’
बृज भूषण सिंह ने रविवार को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैंने पहलवानों के लिए 12 साल काम किया है। समय बताएगा कि मैंने न्याय किया है या नहीं। मैं कुश्ती से पूरी तरह सेवानिवृत्त हो चुका हूं। मैंने कुश्ती से नाता तोड़ लिया है। अब फैसले और सरकार से बातचीत फेडरेशन के चुने हुए लोग करेंगे।”
क्या है विवाद इस साल की शुरुआत में, शीर्ष भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के साथ-साथ अन्य पहलवानों ने बृज भूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने कई युवा जूनियर पहलवानों को परेशान किया था। बृजभूषण को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया और संजय सिंह को नया अध्यक्ष चुना गया।