नगर निगम में आउटसोर्सिंग सफाईकर्मी हैं। उनकी ड्यूटी छिड़काव कार्य की है। वह मंदिर परिसर में ही बने कर्मचारी आवास में पत्नी संध्या व अन्य परिजनों के साथ रहते हैं। उनके दो बच्चे हैं। तीन साल का बेटा और सात माह की बिटिया।
बिटिया से पहले भी एक और बच्चा हुआ था लेकिन वह असमय साथ छोड़ गया। बकौल विवेक बिटिया के जन्म के ही दिन उन्होंने गुरु गोरखनाथ से मन्नत मांगी थी कि बच्ची का अन्नप्राशन गोरक्षपीठाधीश्वर के हाथों हो। और, उनकी यह मन्नत सोमवार को पूरी हो गई।
सोमवार सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जब जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। एक-एक कर लोगों से मिलते हुए उनकी नजर कुर्सी पर बच्ची को गोद में लिए बैठे दिव्यांग विवेक पर पड़ी। मंदिर परिसर में सेवारत होने से सीएम उसे पहचानते हैं।