समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर रेलवे अस्पताल के पब्लिक टाॅयलेट की फोटो पोस्ट करते हुए ट्वीट कर इसे दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीषों की कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना बताते हुए इसका संज्ञान लेकर टाॅयलेट का रंग बदलवाने और कार्रवाई करने की मांग की। समाजवादी पार्टी ने अपने ट्वीट कर लिखा… ‘दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना! एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय। संज्ञान ले हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग।’
मामला सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी इसे लेकर भड़की हुई है। पार्टी ने ट्वीटर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेल मंत्रालय से इसको लेकर शिकायत भी की है। हालांकि अभी इसको लेकर किसी तरह की कार्रवाई या रंग बदले जाने की जानकारी नहीं मिली है। उधर समाजवादी पार्टी के ट्वीट का जवाब देते हुए पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) ने दावा किया है कि टाॅयलेट में लगे टाइल्स पुराने हैं और उसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई लेना देना नहीं है। एनईआर के ट्वीट में कहा गया है कि… ‘स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत गोरखपुर रेलवे हॉस्पिटल के टॉयलेट में लगे यह टाइल्स वर्षो पुराने हैं। इन टाइल्स को लगाने का उद्देश्य बेहतर साफ सफाई सुनिश्चित करना है। इसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई भी सम्बन्ध नही है। आइये साथ मिलकर स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग करें।’ हालांकि समाजवादी पार्टी के ट्वीट के बाद यह प्रकरण दिन भर सोशल साइट ट्वीटर पर ट्रेेंड करता रहा।