अधिकारियों की माने तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच एक्वा मेट्रो कॉरिडोर पर रूट पर सिविल वर्क पूरा हो चुका है। 23 किमी रूट पर पहले से ही ट्रायल चल रहा है। अगले 10 दिन में सेक्टर-71 तक पूरे 30 किमी रूट पर ट्रायल शुरू हो जाएगा। सेक्टर-29 में आयोजित प्रेस वार्ता में एनएमआरसी के प्रबंध निदेशक आलोक टंडन ने बताया कि इस माह के अंत तक पूरे रूट पर मेट्रो के परिचालन व सिग्नल आॅपरेटिव सिस्टम का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। सितंबर के अंत तक ट्रॉयल पूरा कर सीएमआरएस से सेफ्टी इंस्पेक्शन कराया जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलते ही मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट पर शुरुआती एक साल तक डीएमआरसी ही परिचालन करेगी। इसके बाद एक साल और विस्तार दिया जा सकता है। एनएमआरसी और डीएमआरसी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हो गए। इस लाइन के परिचालन और रखरखाव के लिए डीएमआरसी के 100 अधिकारी और पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। ये एनमआरसी के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देंगे।
इस रूट पर 4-4 कोच की 11 मेट्रो का परिचालन किया जाएगा। इसमें से पांच मेट्रो ट्रेनें आ चुकी हैं। उनसे ट्रॉयल किया जा रहा है। बाकी छह मेट्रो ट्रेनें 22 सितम्बर तक आ जाएंगी। इस लाइन के 21 में से 15 स्टेशन पर पार्किंग बनाई जाएगी। हर पार्किंग में 150 से 200 वाहन खड़ा करने की जगह होगी। हर स्टेशन पर साइकिल स्टैंड भी बनाए जाएंगे। पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनेगा। मेट्रो संचालन के बाद में दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम आदि के लिए आने-जाने वाले लोगों को सहूलियत हो जाएगी। अभी तक बस व आॅटो का सहारा लेना पड़ता है।