तभी गाय मारकर ले जाने की अफवाह फैलाकर कुछ लोगों ने कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की। इस दौरान शीशे तोड़कर गाड़ी को पलट दिया। वहीं चालक को खंबे से बांधकर लोगों ने उसके साथ मारपीट की। इन लोगों का कहना था कि इन गायों को मारा गया है, जबकि पुलिस का कहना है कि जानवरों को अन्तिम संस्कार कराने हेतु अधिकृत गाजियाबाद नगर निगम के ठेकेदार महेन्द्र एक गाडी, जिसमें ट्राली लगी हुई थी और तीन मृत गाय, दो बछड़े और मरी हुई भैंस को लेकर अन्तिम संस्कार हेतु छिजारसी नदी के किनारे डिस्पोजल प्लांट में ले जा रहा था।
उस दौरान एक महिला वर्णिका चौधरी व अन्य लोगों ने गाय मारकर ले जाने की अफवाह फैलाकर कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की। शरारती तत्वों द्वारा एकत्रित होकर गाड़ी के शीशों की तोड़फोड़ कर गाड़ी को पलट दिया गया तथा चालक के साथ मारपीट की गई। एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि मृत गायों में से एक गाय मानव सुरक्षा कवच ट्रस्ट (पंडित दिनेश कुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष) भोवापुर कौशाम्बी गाजियाबाद तथा दूसरी मृत गाय चन्द्रशेखर यादव एडवोकेट हाईकोर्ट दिल्ली निवासी बुद्धविहार बहरामपुर की है, जिन्होनें प्रथम दृष्टया लिखित रुप में यह अवगत कराया कि इनकी गाय मर गई थी और इनको नगर निगम के ठेकेदार के माध्यम से अन्तिम संस्कार हेतु भिजवाया जा रहा था। इन तथ्यों के बावजूद असामाजिक तत्वों द्वारा माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई। सूचना पर क्षेत्राधिकारी ग्रेटर नोएडा तृतीय एवं थाना प्रभारी बिसरख द्वारा मौके पर पहुंचकर महिला वर्णिका चौधरी सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा इस संबंध में पुलिस की ओर से थाना बिसरख पर अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है। शीघ्र ही शेष वांछित अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी की जायेगी।