महापंचायत में शामिल होने पहुंचे सपा नेता राजकुमार भाटी ने जब पुलिस की कार्रवाई के विरोध में दादरी में जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने भाटी और कई अन्य सपा नेताओं को भी हिरासत में ले लिया। वहीं, पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने कहा कि जो घटनाएं पिछले दिनों घटित हुई हैं। उसको लेकर पंचायत में जाना चाहता हूं, लेकिन पुलिस प्रशासन और सरकार दमन पर उतर आए हैं। हमें रोकना चाहते यह लोकतंत्र में बहुत बुरी बात है कि सरकार जनता और जनप्रतिनिधियों की आवाज दबाना चाहती है।
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सम्राट मिहिर भोज गुर्जर-प्रतिहार थे पर भाजपाइयों ने बदल दी उनकी जाति : अखिलेश यादव मुखिया गुर्जर ने भाजपा नेताओं पर लगाए आरोप खबर फैलते ही हजारों कि संख्या में लोग चिटहेड़ा गांव के मंदिर में पहुंचने लगे। वहीं पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया, लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश के आगे कुछ नहीं कर सका। पंचायत में पहुंचे पथिक सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष मुखिया गुर्जर ने कहा कि यहां पर गुर्जर विद्या सभा शिक्षा का संचालन करती है। इनके द्वारा मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया। मूर्ति के अनावरण के लिए मुख्यमंत्री ने समय दे दिया, लेकिन एक रात पहले गुर्जर विद्या सभा के अध्यक्ष को भाजपा के विधायक और राज्यसभा सदस्य ने धकियाते हुए कहा कि अध्यक्षता में करूंगा। यह अपमान हुआ है, हमारे अध्यक्ष का, हमारी सभा का। उसके बाद मुख्यमंत्री आए और कहा कि समाज हमारा विरोध कर रहा है, यह गुर्जर शब्द हटाओ। यहां के दोनों प्रतिनिधियों ने गुर्जर शब्द पर कालिख पोतने का काम किया है, जिससे समाज में आक्रोश व्याप्त है।
अखिलेश यादव ने दिया समर्थन इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अब गुर्जर समाज के साथ खड़े हो गए हैं। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि ये इतिहास में पढ़ाया जाता रहा है कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर प्रतिहार थे। लेकिन, भाजपाइयों ने उनकी जाति ही बदल दी है। छलवश भाजपा स्थापित ऐतिहासिक तथ्यों से जान-बूझकर छेड़छाड़ व सामाजिक विघटन करके किसी एक पक्ष को अपनी तरफ करती रही है। हम हर समाज के मान-सम्मान के साथ हैं।