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प्रयागराज में पुलिस टीम पर हमला, अवैध शराब की सूचना पर दबिश देने पहुंची थी पुलिस के अनुसार, पकड़ा गया बदमाश अर्शिल शातिर किस्म का वाहन चोर है, जो सॉफ्टवेयर के माध्यम से कार के सेंसर को ब्रेक करके लॉक तोड़कर गाड़िया चोरी कर अन्य प्रांतों में बेचता था। डीसीपी राजेश कुमार ने बताया कि 20 जनवरी को बीटा-टू थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया था। उस दौरान गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कैला भट्टा, मोती मस्जिद, गाजियाबाद निवासी इस्माइल व वाहिद और नीमच, मध्य प्रदेश निवासी फिरोज और चौहान खेड़ा चित्तौड़गढ़, राजस्थान निवासी दिनेश चंद्र सुतार के रूप में हुई थी। गिरोह का मास्टरमाइंड फरीदनगर मोदीनगर निवासी अर्शिल फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से साइट-5 स्थित बंद पड़ी फैक्ट्री से 8 एसयूवी समेत 11 वाहन बरामद किए थे। गिरोह के मास्टरमाइंड अर्शिल पर पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
डीसीपी ने बताया कि मुखबिर कि सूचना पर चूहड़पुर अंडरपास के समीप बीटा-2 थाना प्रभारी रामेश्वर की टीम सर्विस लेन पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी एक कार को रुकने का इशारा किया तो चालक ने गति बढ़ा दी। जब पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई कर आरोपी अर्शिल को दबोच लिया। पुलिस की गोली लगने से अर्शिल घायल हो गया है, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उसके पास से कार, तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है।