दरअसल, चिठेहड़ा गांव निवासी 55 वर्षीय विपतराम बुधवार सुबह खेत पर काम करके स्कूटी पर सवार होकर घर लौट रहे थे। जैसे ही वह चिठेहड़ा-पल्ला मार्ग पर नहर के किनारे पहुंचे तो वहां पहले से ही घात लगाए बैठे अज्ञात बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। रास्ते से गुजर रहे राहगीरों ने जब स्कूटी और शव को पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक टीम बुलाकर सबूत एकत्रित किए।
यह भी पढ़ें- ट्रक और स्कार्पियो की टक्कर में एक की मौत, नौ घायल एक बेटे से संपत्ति को लेकर चल रहा था विवाद डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि विपतराम किसान हैं। चार साल पहले उनको पांच करोड़ का मुआवजा मिला था। वह डेल्टा सेक्टर में मकान खरीद कर रहने लगे थे। उनके दो बेटे व तीन बेटियां है। एक बेटे लोकेश से उनका विवाद चल रहा था।
यह भी पढ़ें- कोरोना का कहरः दो की मौत, मिले 391 नए संक्रमित मां ने बेटे पर लगाया पति की हत्या का आरोप बता दें कि विपतराम की पत्नी ने बेटे के खिलाफ नामजद तहरीर देकर हत्या का आरोप लगाया है। बुधवार दोपहर जब किसान एक खेत से स्कूटी पर सवार होकर घर के लिए निकले थे। इसी बीच पीछे से सैंट्रो कार में सवार बेटा लोकेश भी आ गया था और उसने विपतराम की गोली मारकर हत्या की है। डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिये दो टीमे गठित कर गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। शीघ्र की आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।