बादलपुर पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों शख्स परविंदर और चमन लाल हैं। इन दोनों बदलपुर थाने की पुलिस ने मारपीट रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। वहीं इनके दो साथी दीपक और सुनील अभी फरार हैं। जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त तमंचा और मृतक के दस्तावेज बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसएसपी ने बताया की आरोपियों ने अपने दो साथियों की मदद से 20 जून को अपने ममेरे भाई आजाद की इसलिए हत्या कर दी थी। मुथूट गोल्ड फाइनेंस कंपनी में मैनेजर आजाद को आरोपियों के गोल्ड लूटने के इरादे भनक लग गई थी। जब उसके बैग से आरोपियों ने चाबी चोरी कर ली थी। उसने इस बात का विरोध किया और पुलिस से शिकायत करने की बात कही थी। अपने को फँसता देख आरोपी डर गए थे। इस बात पर अपने ममेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी और शव को बादलपुर क्षेत्र में फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस ने केस का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी ने बताया कि इन दोनों आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर 20 जून को गाजियाबाद में स्थित मुथूट गोल्ड फाइनेंस कंपनी में मैनेजर आजाद को अपने साथ ले गए और उसको दारू पिलाई। उसके बाद में उसके बैग में से मुथूट कंपनी ब्रांच की चाबी ले ली। उस वक्त ब्रांच में लगभग 3 से 4 किलो सोना रखा था। आरोपियों ने शराब के नशे में मैनेजर से चाबी लेकर कुछ लोग गाजियाबाद ब्रांच पर पहुंच गए और ब्रांच को खोलने की कोशिश की लेकिन गोल्ड चोरी करने में नाकाम रहे और वापस आकर उन लोगों ने अपने साथी को बताया तो आरोपी को उनकी साजिश का पता लग गया। इस बात का पीड़ित ने विरोध किया तो आरोपियों ने तमंचे से गोली मारकर हत्या कर शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए। बैग और चाबी आगे चलकर नहर में फेंक कर फरार हो गए थे।