हालाकि उसी दौरान गायब छात्र की पूछताछ उसके साथ रहने वाले अन्य छात्रों से भी की गई थी। बताया जा रहा है कि छात्र बिलाल के पिता जम्मू कश्मीर में हाडवेयर का काम करते है। वही छात्र के लापता होने की जानकारी करते हुए अचानक से सोशल मीडिया पर एक फोटो ने जिला प्रशासन, एनआईए व शारदा यनिवर्सिटी प्रशासन की नींद उड़ गई। 2 अक्टूबर को शारदा यूनिवर्सिटी में अफगान और भारतीय छात्र आपस में भिड़ गए थे। कुछ भारतीय छात्रों ने बिलाल को अफगानी समझकर पीट दिया था। मारपीट की शुरुआत व्हाट्सएप पर कुछ टिप्पणी को लेकर हुई थी। बताया गया है कि यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट की तरफ से दो देशों के छात्रों के बीच मारपीट की एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई थी। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बाद में 400 छात्रों पर मारपीट और झगड़े का मुकदमा दर्ज किया गया था। बिलाल के करीबियों का कहना है कि वह काफी उद्दंड प्रवृति का था। उधर पुलिस का कहना है कि आतंकी संगठन में अगर बिलाल गया तो उसकी वजह केवल मारपीट नहीं है। कुछ और हो सकती है।
एहतेश्याम बिलाल ने 28 अक्तूबर को अपने दोस्तों से दिल्ली के लिए कहकर निकाला था। उसके बाद में बिलाल लापता हो गया। पिता से बिलाल ने उस दिन एक हजार रुपये मांगे तो उन्होंने 500 रुपये उसके खाते में जमा करा दिए थे। इन 500 रुपये में से बिलाल ने 400 रुपये निकाले थे। बाद में 31 अक्टूबर को बिलाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके रिश्तेदारों ने ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क कोतवाली मेंं दर्ज कराई थी। जांच में पुलिस को मालूम हुआ था कि वह 28 अक्टूबर दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़कर श्रीनगर गया था। एसपी देहात विनीत जसवाल का कहना है कि गायब छात्र की मोबाइल लोकेशन दिल्ली व श्रीनगर में मिली थी। जांच में श्रीनगर एयरपोर्ट से छात्र की फुटेज भी मिली है। अभी तक उसका पता नहीं चल रहा है। एसपी देहात विनीत जायसवाल ने बताया कि इस मामले में कश्मीर पुलिस ने भी बिलाल की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया है। वायरल फोटो को ध्यान में रखकर पुलिस की एक टीम ग्रेटर नोएडस से कश्मीर भेजी गई है।