सरकार ने भले ही लिखित आदेश जारी कर मास्क व सोशल डिस्टेंस की अनिवार्यता कर दी हो। लेकिन इसका शत प्रतिशत पालन जिला अस्पताल में नहीं हो पा रहा है। मेडिकल वार्ड, सर्जिकल, वार्ड, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, मेटरनिटी वार्ड में मरीज व अटैंडर मास्क नहीं लगा रहे हैं। यही नहीं इन वार्डों में मरीज के साथ एक से अधिक अटैंडर प्रवेश कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस अव्यवस्था को रोकने के लिए अस्पताल प्रबंधन के पास पर्याप्त संख्या में गार्ड मौजूद हैं। लेकिन इनका उपयोग प्रबंधन ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा है।
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सफाईकर्मियों का नहीं कराया बीमा
सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड-19 से लडऩे वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बीमा योजना की घोषणा की है। जिसमें सफाई कर्मचारियों के अलावा वार्ड बॉय, नर्स, आशा कार्यकर्ता, सहायक स्वास्थ्य कर्मी, टेक्निशियन, डॉक्टर, विशेषज्ञ, एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता एक विशेष बीमा योजना के तहत बीमा कवर पाएंगे। इस संबंध में जब जिला अस्पताल के सफाईकर्मियों से पूछा गया तो उनका कहना था कि ऐसा कोई बीमा प्रबंधन द्वारा नहीं कराया गया है और न ही इस विषय में कोई जानकारी उन्हें दी गई है। सफाईकर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें सफाई कार्य के दौरान सिर्फ साधारण मास्क दे दिए जाते हैं। गलब्स भी बहुत कम संख्या में दिए जा रहे हैं। कई बार तो बिना गलब्स के लिए ही काम करना पड़ता है।