ऐसे कई जगह चल रहा है कारोबार सूत्र बताते हैं कि मंडी टैक्स की चोरी करने के लिए आधा दर्जन से अधिक इस तरह का अवैध कारोबार बगैर लाइसेंसधारी व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है। जिनके द्वारा मंडी में फसल खरीदी के लिए सौदा न करके सीधे अपने निर्धारित स्थान पर मंगवाकर तुलवा रहे हैं और उतरवाकर दूसरे वाहनों से गंतव्य स्थान भिजवा रहे हैं।
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ये है मामला मंडी समिति के अनुसार भिंड के शैलेन्द्र भदौरिया को श्रीकृष्ण धाकड़ ने अपनी दुकान कुछ समय पूर्व ही तीन हजार रुपए प्रति माह किराए पर दी थी। यहां शैलेन्द्र भदौरिया फसल खरीदी का कारोबार करने लगा था। यहां रहने वालों ने बताया कि विगत पन्द्रह दिन से प्रतिदिन दस से पन्द्रह ट्रैक्टर-ट्रॉलियां अलग-अलग फसल से भरी आती थीं, यहां गली में रास्ता रोककर तुलाई होती थी और यहां बने गोदाम में माल रखा जाता था। इसको लेकर हमने कई बार आपत्ति की लेकिन व्यापारी मानने को तैयार नहीं था। इसकी हम लोगों ने कलेक्टर तक से शिकायत की थी। मंडी समिति के इंस्पेक्टर राजेन्द्र सिंह जादौन के नेतृत्व में एक टीम वहां पहुंची और उनको एक ट्रैक्टर-ट्रॉली सोयाबीन की फसल से भरी मिली। किसान मोहन सिंह की यहां आई फसल जो जमीन पर पड़ी थी,उसको पुन: ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरवाई, और बिकने के लिए मंडी पहुंचाई।
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उड़नदस्ते ने पकड़े चने से भरे तीन ट्रक इधर गुना से मंडी टैक्स की चोरी करके दिल्ली जा रहे तीन ट्रक जिसमें चना भरा था, उसको कोलारस के पास मंडी बोर्ड के उड़नदस्ता दल ने पकड़े। जिनके पास गुना मंडी के गेटपास तक नहीं थे। यह माल आरोन से भरकर दिल्ली ले जाने की बात ट्रक ड्रायवरों ने कही। यह तीनों ट्रक माल सहित कोलारस मंडी के सुपुर्द कर दिया है।