नाबालिग ने रुकवाई अपनी शादी
मामला गुना जिले के कैंट इलाके के बिसोनिया गांव का है। जहां रहने वाली एक 13 साल की नाबालिग की शादी उसके घर वालों ने राघौगड़ इलाके के दवाद गांव में रहने वाले गोकुल अहिरवार के बेटे के साथ तय कर दी थी। 18 मई को माता पूजन का कार्यक्रम था। नाबालिग खुद शादी नहीं करना चाहती थी और आगे पढ़ना चाहती थी इसलिए उसने अपने चचेरे भाई और भाभी को शादी न करने के बारे में बताया। भाई और भाभी ने उसका साथ दिया और 18 मई को माता-पूजन के दिन नाबालिग भाई-भाभी के साथ भागकर थाने पहुंची और पुलिस को अपनी शादी के बारे में बताया। जिसके बाद पुलिस ने बाल कल्याण समिति को सूचना दी। बाल कल्याण समिति को नाबालिग ने बताया कि उसके दादा और बुआ ने उसकी शादी एक लाख रुपए लेकर तय की है।
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बड़ी बहन की 16 साल में करा दी थी शादी
नाबालिग के बयान लेने के बाद बाल कल्याण समिति ने नाबालिग के मामा को भी बुलवाया था जिसने बताया है कि बच्ची के दादा और बुआ ने उसकी बड़ी बहन की शादी भई इसी तरह पैसे लेकर महज 16 साल की उम्र में करा दी थी। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि बड़ी बेटी ससुराल में खुश नहीं है और पैसे देकर शादी करने के कारण ससुरालवाले उसे आए दिन प्रताड़ित करते हैं खाना खाने के लिए तक नहीं देते हैं।