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नपा सहित किसी भी सरकारी कार्यालय में नहीं है रूफ वाटर हार्वेस्टिंग

पत्रिका पड़ताल :नपा सहित किसी भी सरकारी कार्यालय में नहीं है रूफ वाटर हार्वेस्टिंगजिन अधिकारियों पर नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी वे ही लापरवाहनरेंद्र प्रताप सिंह कुशवाह

गुनाApr 20, 2019 / 08:02 pm

Narendra Kushwah

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नपा सहित किसी भी सरकारी कार्यालय में नहीं है रूफ वाटर हार्वेस्टिंग

गुना. रूफ वाटर हार्वेस्टिंग की अनिवार्यत: के मामले में नगर पालिका कार्यालय पर ‘दिया तले अंधेराÓ वाली कहावत पूर्णत: चरितार्थ हो रही है। क्योंकि जिस विभाग पर सरकार द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी है, उसी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति उदासीन बने हुए हैं। नवीन भवन निर्माण के लिए शासन द्वारा निर्धारित गाइड लाइन के मुताबिक नगर पालिका किसी भी भवन स्वामी को मकान बनाने की अनुमति तभी जारी करेगा जब उक्त भवन स्वामी अपने मकान में रूफ वाटर हार्वेस्ंिटग सिस्टम लगवाएगा। इस शर्त की जमीनी हकीकत जानने पत्रिका ने नगर पालिका सहित अन्य शासकीय विभागों के कार्यालयों पर जाकर पड़ताल की तो परिणाम निराशाजनक सामने आए।


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कहां क्या मिली स्थिति
स्थान : नगर पालिका कार्यालय
स्थिति : सबसे पहले सीएमओ संजय श्रीवास्तव से पूछा गया कि नपा कार्यालय में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग है कि नहीं। सीएमओ बोले हां है। इसके बाद अध्यक्ष से पूछा गया तो उनका जवाब भी हां में आया। इसके बाद पत्रिका ने कार्यालय में मौजूद अन्य अधिकारी कर्मचारियों से पूछा तो अधिकांश ने अनभिज्ञता जाहिर की तो कुछ ने कहा कि ईई राकेश बिहारी गुप्ता से पूछ लें, वे ही सही बता पाएंगे।

 

जब इनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि पहले कार्यालय में था लेकिन वर्तमान में नहीं है। क्योंकि जिस स्थान पर हार्वेस्टिंग का गड्ढा था उस स्थान पर नया सभाकक्ष भवन बन गया है। सभी अधिकारियों से पूछने के बाद पत्रिका ने अपने स्तर से कार्यालय की छत से लेकर कोने कोने में जाकर देखा तो ईई गुप्ता की बात सही निकली। रूफ वाटर हार्वेस्टिंग क्षतिग्रस्त हालत में था।


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स्थान : तहसील प्रांगण
स्थिति : तहसील परिसर में तहसील कार्यालय के अलावा जनपद पंचायत, एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय, सावित्री बाई फुले रिसोर्स सेंटर, विधिक माप विज्ञान कार्यालय तथा लोक सेवा केंद्र स्थित है। लेकिन एक भी कार्यालय में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग नहीं मिली। जबकि परिसर में विधिक माप विज्ञान कार्यालय तथा लोक सेवा केंद्र का भवन नया बना है।

पुरानी कलेक्टोरेट परिसर
स्थिति : इस परिसर में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, एसडीएम कार्यालय, पोस्ट ऑफिस, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग कार्यालय, मप्र ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई कार्यालय है। लेकिन एक भी विभाग में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं मिला। कई कार्यालय तो ऐसे हैं जहां छत के नाम पर सिर्फ टीनशेड ही है।


स्थान : पीजी कालेज प्रांगण
स्थिति : कॉलेज परिसर में एक नहीं बल्कि आधा दर्जन भवन बने हुए हैं। इनमें ज्यादातर दो व तीन मंजिला हैं। यही नहीं वर्तमान में कुछ भवनों का निर्माण कार्य जारी है। लेकिन जब रूफ वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर जानकारी ली गई तो मौके पर मौजूद अधिकारियों ने इससे अनभिज्ञता जाहिर की। पत्रिका टीम की पड़ताल में भी किसी भी भवन में वाटर हार्वेस्टिंग नजर नहीं आई।


इन विभागों में नहीं मिली रूफ वाटर हार्वेस्टिंग
नगर पालिका, तहसील कार्यालय, लोक सेवा केंद्र, एसडीएम कार्यालय, जनपद पंचायत कार्यालय, उद्योग विभाग कार्यालय, पीजी कॉलेज, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ऑफिस, पीब्डल्यूडी कार्यालय, वाणिज्य कर विभाग कार्यालय, सावित्री बाई फुले रिसोर्स सेंटर, विधिक माप विज्ञान कार्यालय, पोस्ट ऑफिस, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग कार्यालय, मप्र ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई कार्यालय, एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग


न तो आमजन अलर्ट और न ही जिम्मेदार
रूफ वाटर हार्वेस्टिंग ही एक ऐसा उपाय है, जो बारिश के पानी को जमीन में उतार सकता है लेकिन इसके प्रति न तो आमजन अलर्ट है और न ही जिम्मेदार। इस कारण अंगुलियों पर गिने जाने वाले सिस्टम ही शहर में लगे हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक एक हजार स्क्वायर फीट की छत पर यदि सिस्टम लगा है और सामान्य बारिश होती है तो भी 70 से 80 हजार लीटर पानी जमीन में उतारा जा सकता है लेकिन वर्तमान में कम ही लोग इसके प्रति जागरूक हैं।

जरा इनकी भी सुनें
नगर पालिका कार्यालय में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग मौजूद है। इस काम के लिए हमारे सीएमओ काफी गंभीर है और वे इस दिशा में काफी काम कर रहे हैं। जहां तक रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के लिए नपा कितना शुल्क लेती है यह मुझे जानकारी नहीं है।
राजेंद्र सलूजा, अध्यक्ष नगर पालिका गुना


हां हमारे कार्यालय में रूप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम है। साथ ही हम लोगों को भवन बनाने की अनुमति भी तभी देते हैं जब उनसे हार्वेस्टिंग के लिए एक निर्धारित शुल्क पहले ही ले लेते हैं। बाद में नपा इंजीनियर मौके पर जाकर जांच करते हैें और फिर प्रमाण पत्र जारी करते हैं। यदि भवन स्वामी ने रूप वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगवाई है तो उसके द्वारा जमा कराई गई राशि वापस नहीं की जाती है। साथ ही भवन निर्माण की अनुमति निरस्ती की कार्रवाई भी की जाती है। इस दिशा हम लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं।
संजय श्रीवास्तव, सीएमओ नगर पालिका गुना

नगर पालिका कार्यालय में पहले रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम था लेकिन अभी नहीं है। क्योंकि जिस स्थान पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया था वहां अब नवीन भवन बन गया हैै।
राकेश बिहारी, गुप्ता, ईई नगर पालिका गुना

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