लापरवाही से आफत में फंसी जान
जानकारी के मुताबिक उत्तरप्रदेश के औरैया जिला निवासी राघव मिश्रा शुक्रवार को गुना जिले के विजयपुर स्थित एनएफएल में अपने दोस्त से मिलने आए थे। शनिवार को वह वापस जा रहे। एनएफएल से हाइवे पर जाने के लिए दो रास्ते हैं एक रुठियाई कस्बे के अंदर से होकर जाता है तो दूसरा रास्ता कस्बे के बाहर से बायपास है। इन दिनों रक्षाबंधन को लेकर कस्बे में भीड़ ज्यादा है, इसी परेशानी से बचने के लिए मिश्रा के कार चालक विजय शंकर ने बायपास रोड से जाना उचित समझा। शंकर ने पत्रिका को बताया कि वे जैसे ही चौपेट नदी पर बने पुल के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि पुल के ऊपर करीब दो फीट ऊंचाई में पानी बह रहा है। जिसमें बहाव भी तेज दिख रहा था। यह सोचकर वह रुक गए थे लेकिन जैसे ही उनके सामने एक बुलेरो कार निकली तो उनकी भी कुछ हिम्मत बंध गई और उन्होंने भी कार निकालने का प्रयास किया लेकिन बीच रास्ते में लगा कि तेज बहाव के कारण कार अनियंत्रित हो गई।
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देखते ही देखते बह गई कार
ड्राइवर शंकर ने बताया कि कार के अनियंत्रित होने पर वो समझ गए कि अब गाड़ी आगे नहीं जा पाएगी। उन्होंने तुरंत गाड़ी का हैंडब्रेक लगाया और मालिक सहित कार से निकलकर बाहर आ गए। नदी के किनारे पर खड़े लोगों ने कार के बाढ़ में बहने की घटना का वीडियो भी बनाया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को हुई तेज बारिश के कारण गोपी सागर डेम के गेट खोले गए हैं जिसके कारण अचानक चौपेट नदी का जल स्तर बढ़ गया।
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न चेतावनी बोर्ड और न रोकने टोकने वाला कोई
बारिश से पहले कलेक्टर ने जिले के सभी अधिकारियों की बैठक लेकर स्पष्ट निर्देश दिए थे कि नदियों पर बने पुल-पुलिया के पास चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं। साथ ही नदी का तेज बहाव होने व पुल के ऊपर से पानी गुजरने की स्थिति में मौके पर सुरक्षाकर्मी के रूप में किसी व्यक्ति की तैनाती की जाए। साथ ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए रेस्क्यू दल अलर्ट मोड पर रहे। पुलिस भी ऐसे स्थानों पर चौकन्नी रहे। वाहन चालकों को नदी का तेज बहाव होने पर पहले ही रोक दिया जाए। यह सभी निर्देश उक्त बैठक खत्म होते ही हवा हवाई हो गए। जिसके परिणामस्वरूप जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचल में पानी में डूबने से कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इसी पुल पर पिछले साल भी इसी तरह की घटना हुई थी। लेकिन स्थानीय प्रशासन इस तरह की घटनाओं को लेकर कतई गंभीर नहीं है।
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