पुलिस के मुताबिक लोको निवासी रुचि उर्फ राधिका (11) पुत्री स्व. सुनील रायकवार का शव गुरुवार शाम 4 बजे घर की पहली मंजिल पर फांसी के फंदे पर लटका मिला है। रुचि छठवीं कक्षा में पढ़ती थी। शाम को छोटा भाई ध्रुव और बहन खुशी कोचिंग चले गए। मां सीमा बाजार सामान लेने निकल गई। घर में दादी नारायणी और रुचि थे। दादी बीमार रहती हैं। इसलिए कमरे में लेटी थीं। रुचि पहली मंजिल पर दरवाजे पर झूला झूलने पहुंची। दरवाजे पर झूले के लिए चुन्नी बांध रखी थी, लेकिन उसे पकडऩे के लिए उसके हाथ नहीं पहुंच रहे थे। इसलिए उसने प्लास्टिक का टब नीचे रखकर उस पर चढकऱ चुन्नी को पकडऩे लगी। चुन्नी में सिंगल गांठ बंधी थी। दोनों हाथ से पकड़ते-पकड़ते फंदा गले में डाल लिया, जब फंदा कसने लगा तो वह फडफड़़ाई। हाथ-पैर चलाए लेकिन फंदा कसता गया। नीचे रखा टब भी खिसक गया और वह फांसी पर झूल गई। हादसे का पता चलने पर टीआइ पड़ाव और फोरेसिंक टीम पहुंची। इसलिए मर्ग कायम कर शव को पीएम भिजवाया।
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मेरा सब कुछ छिन गया
बेटी की मौत के बाद सीमा बार-बार बेहोश हो रही थी और कह रही थी भगवान ने पहले पति छीना अब बेटी को भी छीन लिया। रुचि का नाम लेकर कहने लगी बेटी मैंने तेरे लिए क्या सपने देखे थे सब चूर हो गए।
3 महीने में दूसरी मौत
3 महीने पहले रुचि के पिता सुनील की मौत हुई थी। सुनील शराब पीने के आदी थे। उसने फेफड़े खराब हो गए थे। घरवाले उसनेे पटे की तैयारी में जुटे थे। तभी गुरुवार को दूसरा हादसा हो गया। रुचि की फांसी पर लटकने से मौत हो गई।
एक्सीडेंटल सुसाइड
प्रारंभिक तथ्यों में मामला एक्सीडेंट सुसाइड का है। स्पष्ट रूप से पीएम होने पर ही पता चलेगा। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
संजू कामले, टीआइ पड़ाव थाना