पढऩे में हुई कठिनाई, तो पुस्तक लिखने का लिया था संकल्प
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि यह मेरी पांच साल की मेहनत है। इसके लिए मैंने बहुत कंटेंट इक_े किए। खुद पढ़ाई के दौरान मैंने नेट से रिलेटेड पुस्तकें सर्च कीं, लेकिन मुझे नहीं मिली, तब मैंने बुक लिखने का संकल्प लिया और उसे पूरा किया। पुस्तकों के साथ ही मैंने लगभग 100 से अधिक ऑडियो और वीडियो लेक्चर यूजीसी नेट से संबंधित बनाए हैं, जिन्हें यूट्यूब पर अपलोड कर रहा हूं। इसमें यूजीसी नेट नाटक रंगमंच के पाठयक्रम से संबंधित लेक्चर हैं।
नाट्य शास्त्र का पूरा परिचय है पुस्तकों में
इन पुस्तकों में डॉ द्विवेदी ने नाट्यशास्त्र परिचय, नाट्यशास्त्र के अध्यायों का वर्गीकरण, नाट्यशास्त्र के 11 अंग, रूपक भेद, इतिवृत्त विधान, नायक नायिका भेद, नाटक भेद, आदर्श दर्शक, ध्वनि सिद्धांत, प्रमुख संस्कृत नाटक, संस्कृत नाटकों में वर्तमान प्रासंगिकता, रामायण महाभारत का परिचय एवं उनकी नाट्य परंपराए संस्कृत, हिंदी, उर्दू, बांग्ला, मराठी, गुजराती, तमिल, कन्नड़, तेलुगू, अंग्रेजी आदि विषयों से संबंधित नाटक और उनके नाटककारों का वर्णन, प्रमुख रंग संस्थान, रंगमंच की पत्रिकाएं, रंगमंच समारोह, सांस्कृतिक केंद्र आदि का वर्णन, रंगमंच से संबंधित प्रमुख सम्मान उनका वर्णन एवं उनके कलाकार आदि का वर्णन दिया गया है। साथ ही 2000 से अधिक वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर इन तीनों पुस्तकों में समाहित किए गए हैं।