यह बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के वक्त पीड़ित लोगों से कही। उन्होंने कहा कि मैं ग्वालियर यह कहने आया हूं कि बाढ़ के रूप में मुसीबत आई है, लेकिन आप आंखों में आंसू मत लाना, इसके पार हम निकालकर ले जायेंगे; इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जिनके घर टूट गए हैं, बह गए हैं, उनके नए मकान बनवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ग्वालियर जिले के चांदपुर, लोहगढ़ के बाद ग्राम सहारन और ग्राम आदमपुर भी गए। यहां भी कई लोगों की फसलें चौपट हो गई हैं और घरों को नुकसान पहुंचा है। चौहान ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के फसलों, घरों एवं अन्य क्षति का सर्वे करवाकर पंचायत भवनों में सूची लगवा दी जाएगी। सर्वे में कोई छूटने न पाए, सबके नुकसान की भरपाई हो जाए, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
एक लाख 30 हजार की लागत से घर बनवाएंगे
चौहान ने भितरवार में कहा कि महाविनाशकारी बाढ़ ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। मैं आपसे यह कहने आया हूं कि बाढ़ के कारण भारी नुकसान हुआ है, लेकिन अब फिर से आपकी व्यवस्था बनाने और घर बसाने की जिम्मेदारी मेरी है। जिनके घर गिर गए, टूट गए हैं, उनके घरों को 1 लाख 30 हजार की लागत से फिर से बनवाए जाएंगे। यदि घर का सामान, धनराशि पानी में डूब गए, बह गए तो उसका भी सर्वे करवाकर उसकी राहत राशि भी देंगे।
मुख्यमंत्री गुरुवार को सुबह ग्वालियर जिले के चांदपुर ग्राम में बाढ़ प्रभावितों से मिले और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। चौहान ने कहा कि शीघ्र सर्वे का कार्य पूरा कर नुकसान की भरपाई की जाएगी। घरों में वापस पहुंचने तक भोजन और पेयजल की व्यवस्था सरकार करेगी। मुख्यमंत्री चौहान लोहगढ़ भी गए, जहां पीड़ितों के हालचाल लिए। इस मौके पर प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, पूर्व मंत्री इमरती देवी समेत प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
और क्या बोले शिवराज