इसलिए डीवीआर में पानी भर गया। दोनों की निशानदेही पर नाले में उतरकर पुलिस डीवीआर को निकाल तो लाई लेकिन उसे चालू नहीं कर पाई है। बुधवार को दिन भर डीवीआर को लेकर तकनीशियनों की दुकान पर भटकती रही। पुलिस की थ्योरी है डीवीआर में चौकीदार की हत्या की वारदात रेकार्ड हुई तो चश्मदीद गवाह की जरूरत नहीं होगी। उसके फुटेज ही हत्या में पकड़े गए दोनों आरोपियों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए काफी होंगे।
12 बीघा, गिरवाई में जेनसन समरसेबल पंप और इलेक्ट््िरकल कारखाने के चौकीदार माणिक चंद जैन 58 के सिर में कैंची घोंपकर कत्ल करने में पकड़े गए मनोज जाटव और संदीप जाटव को बुधवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। दोनों को हत्या के कुछ घंटे बाद ही धर लिया था।
मनोज और संदीप ने इंट््रोगेशन में खुलासा किया कारखाने में सीसीटीवी लगे हैं इसकी जानकारी थी। पता था कि हत्या की जानकारी लगने पर पुलिस सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज चैक करेगी। इसलिए डीवीआर चुराया था। उसे कारखाने से निकल कर भागते समय वही कुछ दूरी पर नाले में फेंक दिया था। मालूम था पानी में पड़े रहने से डीवीआर खराब हो जाएगा। उसमें रेकार्ड फुटेज पुलिस के हाथ नहीं लगेंगे।
ज्वाइंट नशा कर हत्या
हत्या के आरोपियों ने पुलिस को बताया उन्हें स्मैक की लत है। वारदात से पहले भी स्मैक और गांजे का ज्वाइंट नशा किया था। फिर कारखाने में घुसे थे। वहां काफी पैसा मिलने की उम्मीद थी। लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। गार्ड माणिक की हत्या कर वहां से लैपटॉप और मोबाइल चुरा लाए थे। प्लान था कि इसे बेचकर नशे के लिए पैसा जुगाड़ हो जाएगा।
यह है मामला
सोमवार, मंगलवार रात को जेनसन समरसेबल पंप और इलेक्ट््िरकल कारखाने में घुसकर मनोज और संदीप जाटव ने चौकीदार माणिक चंद जैन के सिर में लोहा काटने की कैंची घोंपकर बेहरमी से कत्ल किया था।
डीवीआर को नाले में फेंका
चौकीदार का कत्ल करने के बाद दोनों बदमाश कारखाने से सीसीटीवी का डीवीआर निकाल कर ले गए थे। उसे नाले में फेंक दिया था। डीवीआर को ढूंढ लिया है। उसे ठीक कराया जा रहा है।
आत्मराम शर्मा सीएसपी लश्कर सर्किल