भूमध्य रेखीय प्रशांत महासागर में अलनीनो की परिस्थिति बनी हुई है। प्रशांत महासागर की सतह औसत से अधिक गर्म है। मानसून सीजन में यह कमजोर पड़ जाएगा। प्रशांत महासागर का तापमान बढ़ा होने की वजह से भीषण गर्मी होने वाली है। ग्वालियर चंबल संभाग में दक्षिण पश्चिम हवा चलेगी। यह हवा अपने साथ गुजरात व राजस्थान से भीषण गर्मी लेकर आएगी। इस बार तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहने वाले हैं। अप्रेल व मई में लू के दिन भी अधिक रहेंगे।
– अप्रेल का औसत तापमान 38.9 डिग्री सेल्सियस है, लेकिन इस बार तापमान औसत से 8 डिग्री सेल्सियस ऊपर जाएगा। इससे सीवियर हीट वेव का भी सामना करना पड़ेगा।
– इस माह की औसत वर्षा 7.5 मिमी है। पश्चिमी विक्षोभ आने से बारिश होती है। बारिश के दिनों की औसत संख्या 1.5 है। दिन में जो गर्मी होती है, उससे रात का मौसम भी प्रभावित होता है।
मई में गर्मी ज्यादा रहेगी। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ नहीं आएंगे। हवा में नमी नहीं रहेगी। राजस्थान की गर्म हवा की वजह से ग्वालियर में अधिकतम तापमान 47 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच जा सकता है। मुरैना में 48 से 49 डिग्री भी पहुंच सकता है। भिंड व दतिया 48 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इस बार की गर्मी नया रिकॉर्ड बनाएगी। मई में लू के दिन 6 से 10 दिन रह सकते हैं। नौ तपा के दौरान गर्मी ज्यादा रहेगी।
जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजर चुका है। इसके बाद उत्तरी हवा चली। इस हवा के असर से सोमवार को दिन का तापमान स्थिर रहा। 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 0.1 डिसे कम रहा। जबकि रात का तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 2.5 डिसे अधिक रहा।
– दो व तीन अप्रैल को तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी, लेकिन उसके बाद तेज गति से तापमान बढ़ेगा।
– मौसम विभाग का कहना है कि चार से छह अप्रेल के बीच तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होगी। उसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के असर से तेज बारिश के आसार बनेंगे। ग्वालियर चंबल संभाग को गर्मी से राहत मिलेगी। अप्रेल के दूसरे पखवाड़े में 46 डिग्री सेल्सियस तक तापमान जा सकता है। लू के 6 से 8 दिन रहेंगे। मई में ग्वालियर में 48 डिग्री सेल्सियस तक तापमान जाएगा।
पारे की चाल
समय तापमान
05:30 23.8
08:30 25.6
11:30 35.8
14:30 35.0
17:30 34.2
अधिकतम तापमान-36.8 डिसे
न्यूनतम तापमान-21.7 डिसे