उस वक्त मनोज शर्मा, ऋतिक राठौर, रंजीत और भूरा वहां मौजूद थे। मनोज मेनगेट पर बैठकर स्टेंड पर आने वाले वाहनों की पर्ची काट रहा था। जबकि बाकी तीनों साथी पार्किंग में घूम रहे थे। इनकी बदमाशों से कहासुनी हुई। विवाद क्यों हुआ तीनों वजह नहीं बता रहे हैं। उनका कहना है कि हम तो डयूटी कर रहे थे। तब गुंडे आए ऋतिक को पीटा उसके सिर और गाल पर चाकू मारा, रंजीत बचाने आया तो उसकी जांघ पर वार किया।
पुलिस को बताया टोकने पर विवाद
उधर रात के वक्त स्टेंड के पास मौजूद कुछ ऑटो चालकों और लोगों ने पुलिस को बताया है कि चारों बदमाश रात करीब ढाई बजे स्टेंड के पास मंडरा रहे थे। उनके साथ एक महिला भी देखी गई थी। सभी लोग स्टेंड की दो पहिया वाहनों में घुसे तो वहां मौजूद स्टेंड कर्मचारियों ने उन्हें टोका तो दोनों गुटों के बीच कहासुनी और हाथपाई हो गई। इसमें गुंडे बौखला गए उस वक्त तो स्टेंड के बाहर निकल गए, फिर दोबारा आकर स्टेंंड कर्मचारियों पर हमला किया।
रंजीत और भूरा के साथ पार्किंग में मौजूद था, चार पांच बदमाश अंदर आए उनके हाथ में तंमचा और चाकू था। जो सामने आया उसमें चाकू मारा। मेरे सिर पर हमला किया। रंजीत को चाकू घोंपा, भूरा की मां अस्पताल में भर्ती हैं वह पैसा मांगने आया था। उस पर भी वार किया। फिर जाकर मनोज शर्मा को चाकू घोंपे कुछ देर के लिए लगा कि बदमाश किसी को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। हमला क्यों किया वजह नहीं पता। आश्ंाका है कि किसी पुरानी दुश्मनी का बदला लिया है।
रामदत्त कुशवाह ने बताया कि वह भी घटना के वक्त स्टेंड के पास मौजूद थे,मनोज बुरी तरह जख्मी हुआ था। मनोज झांसी का रहने वाला था। आठ साल के बेटे के साथ स्टेंड पर ही रहता था। लव मैरिज की वजह से परिवार ने उससे नाता तोड़ लिया था। जख्मी हालत में अस्पताल लाते समय सबसे एक वादा ले रहा था कि उसकी मौत हो जाए तो नादान बेटे का ध्यान रखना।