वनवार के हलका नंबर 22 (चीनोर) का पटवारी शैलेन्द्र परिहार मंगलवार को 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। शैलेन्द्र ने जगमोहन परिहार और उनके परिजन से जमीन नामांतरण के बदले घूस मांगी थी। जगमोहन ने बताया उनकी खेतीबाड़ी बनवार में है। फिलहाल वह सिकंदर कंपू में रहते हैं। उन्हें और परिजन को जमीन का नामांतरण करवाना था। इसलिए उन्होंने, भाई प्रकाश, चचेरे भाई जितेन्द्र और बहन के ससुर सीताराम ने आवेदन दिया था। नामांतरण फाइल पटवारी शैलेन्द्र के पास थी। कई दिन चक्कर काटने के बाद नामांतरण नहीं हुआ तो शैलेन्द्र से संपर्क किया। उसने काम के बदले 70 हजार रुपया मांगा।
10 हजार रुपया एडवांस लिया, बाकी रकम लेकर घर बुलाया जगमोहन के मुताबिक शैलेन्द्र ने साफ बोला पैसा दोगे तो काम तुरंत निपट जाएगा नहीं तो चक्कर ही खाते रहोगे। लेकिन 70 हजार रुपया ज्यादा था इसलिए 9 जनवरी को शैलेन्द्र से फिर बात की। 45 हजार रुपए में सौदा डन हो गया। 10 हजार रुपया शैलेन्द्र को एडवांस दे दिया। लेकिन रिश्वत देकर काम कराना रास नहीं आया तो लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की। मंगलवार को शैलेन्द्र का फोन आया सनवैली में उसका फ्लैट है। बाकी 35 हजार की रकम लेकर शाम को वहां आ जाओ। इस बार लोकायुक्त को सथ लेकर शैलेन्द्र को रिश्वत देने पहुंच गया। टीम सनवैली से थोडी दूर खड़ी हो गई। शैलेन्द्र को फोन कर बाहर बुलाया। उन्हें घूस की बाकी रकम थमाकर टीम को इशारा कर दिया।
जेब से निकाली घूस की रकम
लोकायुक्त निरीक्षक कवीन्द्र सिंह ने बताया घूस की रकम शैलेन्द्र ने पेंट की जेब में रखी थी। पैसे लेकर शैलेन्द्र वापस फ्लैट में जाने के लिए घूमा तो उसे दबोच लिया। उसे दबोच कर कानूनी कार्रवाई के लिए टीम विश्वविद्यालय थाने ले आई।
घूसखोरी में पटवारी पकड़ा जमीन नामांतरण के एवज में पटवारी ने किसान और उनके परिवार से घूस मांगी थी। कुछ पैसा पेशगी ले लिया था बाकी रकम लेकर मंगलवार को पटवारी ने बुलाया था। इस बार घूस लेते हुए लोकायुक्त की टीम उसे पकड़ लिया।
रामेश्वर यादव लोकायुक्त एसपी ग्वालियर